भारतीय टेस्ट क्रिकेट की मौजूदा स्थिति पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं, जिसे 'वेंटिलेटर' पर बताया जा रहा है. पिछले करीब 30 महीनों में टीम इंडिया द्वारा 31 खिलाड़ियों को आज़माना टीम में स्थिरता की भारी कमी को दर्शाता है, जिससे खिलाड़ियों में असुरक्षा की भावना पैदा हो रही है. इस बीच, हेड कोच गौतम गंभीर के टेस्ट रिकॉर्ड पर भी सवालिया निशान लग गए हैं, जिनके कार्यकाल में टीम ने घरेलू मैदान पर न्यूज़ीलैंड और दक्षिण अफ्रीका से सीरीज़ हारी है. चर्चा में ऋषभ पंत की कप्तानी, शुभमन गिल के नेतृत्व और चयन समिति के फैसलों पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है, जिसमें आईपीएल प्रदर्शन के आधार पर खिलाड़ियों को प्राथमिकता देने के आरोप शामिल हैं. विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने के विवाद से लेकर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हालिया हार तक, यह विश्लेषण टीम के सिस्टम में मौजूद गहरी समस्याओं को उजागर करता है.
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