नई दिल्ली। भारत और श्रीलंका (India and Sri Lanka) के बीच भले ही मोहाली (Mohali) के मैदान पर पहला टेस्ट मुकाबला खेला जा रहा है लेकिन इन सबमें सिर्फ विराट कोहली (Virat Kohli) की सुर्खियां बटोर रहे हैं. कारण है, मोहाली के मैदान पर उनके टेस्ट करियर का 100वां (100th Test) टेस्ट. मोहाली के आसपास के इलाकों में कई सारे बैनर्स लग चुके हैं जहां कोहली के 100वें टेस्ट को लेकर शुभकामनाएं दी जा रही हैं. लेकिन विराट का 100वां टेस्ट उस वक्त और ज्यादा स्पेशल हो गया जब बीसीसीआई (BCCI) और पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन (PCA) ने इस बात का ऐलान कर दिया कि, विराट के 100वें टेस्ट में दर्शकों की एंट्री होगी. क्रिकेट के पारंपरिक स्वरूप को हमेशा प्राथमिकता देने वाले विराट कोहली जहां अपने 100वें टेस्ट मैच को यादगार बनाने की कोशिश करेंगे वहीं रोहित शर्मा श्रीलंका के खिलाफ शुक्रवार से यहां शुरू होने वाले पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में बड़ी जीत के साथ भारत के 35वें टेस्ट कप्तान के रूप में अपनी पारी का धमाकेदार आगाज करना चाहेंगे. भारत ने 1932 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू के बाद कई नायक और महानायक पैदा किए हैं जिनकी विशिष्ट उपलब्धियां किवदंती बन गई, फिर चाहे वह सुनील गावस्कर का 10,000वां रन हो या सचिन तेंदुलकर की भावनात्मक विदाई. अब कोहली पर सभी की निगाह हैं जिनका 100वां टेस्ट चर्चा का विषय बना हुआ है.
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कोहली को शतकों का इंतजार
कोहली अपने इस 100वें टेस्ट मैच में शतक का इंतजार खत्म करके इसे यादगार बनाने की कोशिश करेंगे. वह पिछले दो साल से भी अधिक समय से तिहरे अंक में नहीं पहुंचे हैं.सुरंगा लखमल, लाहिरू कुमारा या लेसिथ एम्बुलडेनिया जैसे गेंदबाजों की मौजूदगी वाले श्रीलंकाई आक्रमण को खेलने में कोहली को किसी तरह की परेशानी होगी, ऐसा नहीं लगता. वह निश्चित तौर पर अपने कवर ड्राइव, ऑन ड्राइव, फ्लिक और पुल से अपने प्रशंसकों को रोमांचित करना चाहेंगे.
रोहित का टेस्ट कप्तान के रूप में डेब्यू
इस टेस्ट मैच से रोहित की अगुवाई में भारतीय टीम की नई यात्रा भी शुरू होगी. रोहित की सीमित ओवरों की क्रिकेट विशेषकर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में सफलता से सभी वाकिफ हैं जहां वह महेंद्र सिंह धोनी जैसे दिग्गज को चुनौती देते रहे हैं. लेकिन टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी करना पूरी तरह से भिन्न होता है. रोहित अभी 34 साल के हैं और यह तय है कि वह लंबे समय तक यह जिम्मा नहीं संभालेंगे. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि वह भारतीय क्रिकेट में परिवर्तन के इस दौर को कैसे संभालते हैं जिसकी शुरुआत चेतेश्वर पुजारा, अंजिक्य रहाणे और इशांत शर्मा जैसे दिग्गजों को बाहर करने से हुई है.
नंबर 3 पर खेल सकते हैं गिल
रोहित के कप्तानी कौशल पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी क्योंकि टेस्ट मैचों में एक सत्र में मैच का परिदृश्य बदल जाता है. इस तरह की परिस्थितियों में उनके नेतृत्व कौशल की असली परीक्षा होगी. इसमें भी उनकी सबसे पहली परख टीम कॉम्बिनेशन को लेकर होगी. यह देखना दिलचस्प होगा कि पुजारा और रहाणे जैसे बल्लेबाजों की अनुपस्थिति में वह किस तरह के संयोजन के साथ उतरते हैं. पूरी संभावना है कि पुजारा के नंबर तीन स्थान पर शुभमन गिल को उतारा जाएगा. रहाणे के पांचवें नंबर के स्थान के लिए हनुमा विहारी और श्रेयस अय्यर के रूप में दो दावेदार हैं. विहारी ने विदेशों की मुश्किल परिस्थितियों में भी अपना जुझारूपन दिखाया है जबकि अय्यर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में शतक जड़कर अपनी काबिलियत दिखाई थी.
श्रीलंका पर दबाव
विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को भी पांचवें नंबर पर उतारने का रणनीतिक फैसला किया जा सकता है क्योंकि वह बायें हाथ के बल्लेबाज हैं जिससे दायें और बायें हाथ के बल्लेबाजों का संयोजन पैदा होगा. श्रीलंका की बल्लेबाजी कप्तान दिमुथ करुणारत्ने और अनुभवी दिनेश चांदीमल और एंजेलो मैथ्यूज पर निर्भर है. देखना होगा कि शुष्क पिच पर वह रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा का कैसे सामना करते हैं. भारत यदि पहले बल्लेबाजी करता है तो मैच चार दिन में और यदि वह बाद में बल्लेबाजी करता है तो उससे भी पहले समाप्त हो सकता है.
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