नई दिल्ली। भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने शनिवार को मोहाली के पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन (पीसीए) (PCA) स्टेडियम में पहले टेस्ट में श्रीलंका (Srilanka) के खिलाफ भारत (India) की पारी घोषणा के पीछे की वजह बताई. दूसरे दिन, जडेजा ने श्रीलंका के खिलाफ एक शानदार पारी खेली. रवींद्र जडेजा आसानी से शनिवार को श्रीलंका के खिलाफ अपना दोहरा शतक जड़ सकते थे लेकिन इस भारतीय ऑलराउंडर ने पारी घोषित करने का मैसेज भेजा क्योंकि वह चाहते थे कि उनकी टीम भी इस ‘वैरिएबल बाउंस और टर्न’ का फायदा उठा सके. जडेजा (228 गेंदों पर नाबाद 175 रन) ने अपने टेस्ट करियर का दूसरा शतक पूरा किया और अपने करियर का सर्वोच्च स्कोर बनाया जिससे भारत ने आठ विकेट पर 574 रन पर पारी घोषित की. उन्होंने अपनी पारी में 17 चौके और तीन छक्के लगाकर श्रीलंकाई आक्रमण को मजाक बनाकर रख दिया.
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आसानी से जड़ सकते थे दोहरा शतक
जडेजा के पास दोहरा शतक जड़ने का मौका था लेकिन इस खिलाड़ी ने कहा कि वह जानते थे कि यह पारी घोषित करने का आदर्श समय था क्योंकि इससे ही उन्हें प्रतिद्वंद्वी टीम को मुश्किल परिस्थितियों में एक सत्र खिलाने का मौका मिलता. जडेजा ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, ‘‘मैंने उन्हें बताया कि पिच पर ‘वैरिएबल बाउंस’ है और गेंदों ने भी टर्न करना शुरू कर दिया है. इसलिये मैंने एक मैसेज भेजा कि पिच से कुछ मदद हासिल की जा सकती है और मैंने सुझाव दिया कि हमें अब उन्हें बल्लेबाजी के लिये उतारना चाहिए. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘वे पहले ही दो दिन में पांच सेशन तक फील्डिंग करते हुए थक चुके थे. इसलिये उनके लिये आते ही बड़े शॉट खेलना और लंबे समय तक बल्लेबाजी करते रहना आसान नहीं था. इसलिये योजना पारी जल्द घोषित करने और प्रतिद्वंद्वी टीम के बल्लेबाजों की थकान का फायदा उठाने की थी. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं बल्लेबाजी कर रहा था तो ऐसी कुछ गेंद थी जो टर्न हो रही थीं और नीची रह रही थीं. पिच पर खुद का ‘वैरिएशन’ था. ’’
जडेजा को मिला विकेट
बल्कि पिच ने उन्हें प्रतिद्वंद्वी कप्तान दिमुथ करूणारत्ने का विकेट हासिल करने में भी मदद की. उन्होंने कहा, ‘‘गेंद स्टंप पर रखने की योजना था और अगर हमें ऐसा करते तो यह सीधी जाती या फिर उसी जगह से टर्न लेती. और ऐसा ही हुआ. मेरी पहली गेंद (करूणारत्ने को) टर्न हुई और दूसरी गेंद पर मैंने सोचा कि मैं चौथे स्टंप पर गेंद फेंकूंगा और अगर यह टर्न हुई या नीची रही तो एक विकेट लेने का मौका हमेशा था. ’’ जडेजा ने रविचंद्रन अश्विन (82 गेंदों पर 61 रन) ने सातवें विकेट के लिये 130 रन जोड़े और फिर मोहम्मद शमी (34 गेंदों पर नाबाद 20) के साथ नौवें विकेट के लिये 103 रन की अटूट साझेदारी की.
अपने शतक के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘मैं जब भी भारत के लिये खेलता हूं तो प्रत्येक मैच में अपने खेल में सुधार करने की कोशिश करता हूं. जब मुझे रन जोड़ने का मौका मिलता है तो मैं मौके को प्रदर्शन में तब्दील करने की कोशिश करता हूं इसलिये मैं बहुत खुश हूं. ’’
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