सूर्यकुमार यादव की अगुआई में टीम इंडिया ने बांग्लादेश के खिलाफ तीन टी20 मैचों की सीरीज का विजयी आगाज किया. ग्वालियर में खेले गए पहले टी20 मुकाबले में भारत ने बांग्लादेश को सात विकेट से मात दी. भारत के हाथों पहले ही मुकाबले में मिली करारी हार के बाद बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हुसैन शांतो ने स्वीकार किया कि पावरप्ले का सही से इस्तेमाल ना कर पाने के कारण इंटरनेशनल टी20 क्रिकेट में उन्हें नुकसान हो रहा है.
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भारतीय टीम ने 49 गेंद पहले ग्वालियर टी20 मैच में जीत हासिल कर ली थी. बांग्लादेश का पावरप्ले में ये एक और फ्लॉप शो रहा. भारत ने टॉस जीतने के बाद बांग्लादेश को पहले बैटिंग के लिए बुलाया और शांतो की टीम पहले छह ओवरों में केवल 39 रन ही बना पाई और फिर पूरी टीम 19.5 ओवर में 127 रन पर आउट हो गई. दूसरी तरफ भारत ने पावरप्ले में 71 रन बनाए और 11.5 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया.
बांग्लादेश के लिए टी20 क्रिकेट में पावरप्ले बल्लेबाजी काफी समय से एक समस्या रही है और उनका ये संघर्ष जारी रहा. साथ ही टीम काफी लंबे समय से अपने ओपनिंग कॉम्बिनेशन से भी जूझ रही है. लिटन दास (4) पहले ओवर में एक खराब शॉट खेलकर जल्दी हो गए, जबकि लंबे समय बाद टी20 क्रिकेट में वापसी करने वाले परवेज हुसैन इमोन स्टंप हो गए. बांग्लादेश की ओपनिंग जोड़ी महज पांच रन ही बना पाई. कुल मिलाकर बांग्लादेश के लिए पिछली आठ पारियों में ओपनिंग पार्टनरशिप ने केवल 69 रन का योगदान दिया है.
भारत के हाथों हार के बाद रिपोर्ट्स से बात करते हुए कहा-
पावरप्ले निश्चित रूप से चिंता की बात है. हमने (खेल से पहले) जिस एप्रोच के बारे में बात की थी, अगर हम बल्ले से अच्छी शुरुआत करते हैं तो यह सफल होगा. हमें पहले छह ओवरों में विकेट बचाए रखने होंगे और उनमें रन बनाने होंगे. वरना आगे के ओवर्स में आने वाले बल्लेबाजों के लिए यह बहुत चुनौतीपूर्ण हो जाएगा. हमने पावरप्ले में संघर्ष किया है. पावरप्ले में बल्लेबाजी करने वालों को अधिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए.
शांतो का कहना है कि स्किल्स और मानसिकता दोनों टीमों के बीच अंतर के मेन पॉइंट हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि उनकी टीम उतनी भी खराब नहीं है, जितनी भारत के खिलाफ पहले मैच के बाद लग रही थी. उन्होंने कहा-
मैं यह नहीं कहूंगा कि हम खराब खेले. हम इस टीम से बेहतर हैं. हमने इस फॉर्मेट में लंबे समय से अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है, मगर मुझे नहीं लगता कि हम इतनी खराब टीम हैं. मैं किसी एक खिलाड़ी के बारे में बात नहीं करना चाहता. मुझे लगता है कि बैटिंग यूनिट ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया. हम जिस तरह से स्कोरिंग करते हैं, उसमें आक्रामकता होगी, लेकिन कभी-कभी हमें गेंदों का सही चयन करना होता है. हम इसके बारे में सोचेंगे, मगर हम अपने एप्रोच को बदलने में जल्दबाजी नहीं कर सकते.
बांग्लादेशी कप्तान ने आगे कहा-
हमारे पास क्षमता है, मगर हमारे स्किल्स में सुधार की गुंजाइश है. हम पिछले दस सालों से इसी तरह बल्लेबाजी कर रहे हैं. कभी-कभी हम अच्छा प्रदर्शन करते हैं. हमें कुछ बदलाव करने होंगे, शायद जहां हम घर पर अभ्यास करते हैं. हम घर पर 140-150 विकेट पर खेलते हैं. हमारे बल्लेबाज नहीं जानते कि 180 रन कैसे बनाए जाएं. मैं सिर्फ विकेटों को दोष नहीं दूंगा, लेकिन हमें स्किल्स और मानसिकता पर विचार करना होगा.