दलीप ट्रॉफी फाइनल की शुरुआत हो चुकी है. ये मुकाबला साउथ जोन और सेंट्रल जोन के बीच बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में खेला जा रहा है. इस दौरान साउथ जोन ने पहले बैटिंग की लेकिन ये पूरी तरह फ्लॉप रहा. टीम की तरफ से सबसे ज्यादा 31 रन तनमय अग्रवाल ने ठोके. इस बैटर ने 31 रन बनाए. इसके अलावा बाकी के सभी बैटर्स फेल रहे और कोई भी इससे ज्यादा रन नहीं बना पाया. 27 रन पर टीम का पहला विकेट गिरा था और फिर 65 रन पर आधी टीम पवेलियन लौट गई. अंतिम 5 विकेट 81 रन के भीतर गिरे.
ADVERTISEMENT
'एशिया कप में ये बन जाएगा तुरुप का इक्का', मोहम्मद कैफ का बड़ा बयान, कहा- इस खिलाड़ी के सामने कोई भी टीम ले आओ
कुमार कार्तिकेय ने महफिल लूटी
स्पिनर सारांश जैन (5/49) और कुमार कार्तिकेय (4/53) ने शानदार गेंदबाजी की. पहले दिन के खेल खत्म होने तक सेंट्रल जोन ने बिना कोई विकेट खोए 50 रन बना लिए, जिससे साबित हुआ कि पिच में कोई खास मुश्किल नहीं थी.
साउथ जोन का प्रदर्शन बहुत खराब रहा. बल्लेबाजी की शुरुआत ओपनर मोहित काले (9) से हुई, जिन्होंने कार्तिकेय की गेंद पर गलत शॉट खेला और अपने स्टंप्स गंवा दिए. कर्नाटक के बल्लेबाज आर. स्मरन, जो देवदत्त पडिक्कल की जगह आए थे, उन्होंने भी अपना विकेट आसानी से गंवा दिया. उन्होंने कार्तिकेय की गेंद पर गलत शॉट खेला और मिड-विकेट पर कैच दे बैठे. तनमय अग्रवाल (31 रन, 76 गेंद, 3 चौके) ने कुछ देर तक टिकने की कोशिश की, लेकिन गलती से उनका विकेट चला गया. दूसरा रन लेने के दौरान वे अपने साथी रिकी भुई से पिच के बीच में टकरा गए और रन-आउट हो गए.
कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन एकमात्र बल्लेबाज थे जो गेंदबाज की काबिलियत के कारण आउट हुए. कार्तिकेय की शानदार गेंद, जो लेग स्टंप के बाहर गिरी उन्हें चकमा देकर पूरा ऑफ स्टंप उड़ा दिया.
सेंट्रल जोन ने सिर्फ एक विकेट गंवाया
ऑफ-स्पिनर सारांश ने रिकी भुई (15) को एलबीडब्ल्यू आउट किया. इसके बाद उन्होंने आंद्रे सिद्धार्थ (12) को अपनी गेंद के जाल में फंसाया, जिससे सिद्धार्थ क्रीज से बाहर आए और विकेटकीपर उपेंद्र यादव ने स्टंपिंग कर दी. सलमान निजार (24) और अंकित शर्मा (20) ने कुछ देर तक टिकने की कोशिश की, लेकिन सेंट्रल जोन के सामने उनकी नहीं चली.
कार्तिकेय, जो पिछले दो राउंड में नहीं खेले थे, इस मौके को पाकर बहुत खुश थे. उन्होंने कहा, “कुछ खिलाड़ी इंडिया ‘ए’ टीम के लिए चुने गए, इसलिए मुझे यह मौका मिला. मेरे लिए इसे भुनाना बहुत जरूरी था.” कार्तिकेय ऑर्थोडॉक्स और रिस्ट स्पिन दोनों तरह की गेंदबाजी में माहिर हैं और रणजी ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद पिछले दो सीजन में जोनल टीमों में नहीं चुने गए थे.
IND vs PAK: एशिया कप 2025 में भारत- पाकिस्तान का मैच होगा या नहीं? सुप्रीम कोर्ट ने सुना दिया अपना फैसला
ADVERTISEMENT