भारतीय क्रिकेटर परवेज रसूल ने 20 अक्तूबर को संन्यास का ऐलान किया. जम्मू कश्मीर से आने वाले इस खिलाड़ी का घरेलू क्रिकेट में कमाल का रिकॉर्ड रहा. परवेज रसूल जम्मू कश्मीर से आने वाले पहले क्रिकेटर हैं जिन्होंने भारत के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेला. उनके नाम एक टी20 और एक वनडे मैच रहा. रसूल आईपीएल में खेलने वाले भी पहले कश्मीर क्रिकेटर हैं. वह यहां पर पुणे वॉरियर्स इंडिया का हिस्सा रहे.
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रसूल ने 17 साल तक फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेला और इस दौरान 352 विकेट लेने के साथ ही 5648 रन बनाए. 36 साल के इस खिलाड़ी ने 18 अक्तूबर को बीसीसीआई को संन्यास के बारे में जानकारी दे दी थी. वह कश्मीर के बिजबेहड़ा इलाके से आते हैं. 2012-13 के घरेलू क्रिकेट सीजन में उन्होंने कमाल का प्रदर्शन किया था. तब उन्होंने 594 रन बनाने के साथ ही 33 विकेट भी लिए थे. इस प्रदर्शन की बदौलत वह भारतीय टीम और आईपीएल का हिस्सा बने.
परवेज रसूल टी20 इंटरनेशनल डेब्यू में विवाद में फंसे
रसूल ने 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ कानपुर में अपना टी20 इंटरनेशनल डेब्यू किया था. इस दौरान राष्ट्रगान के समय वह च्यूइंग चबाते दिखे थे और इसकी वजह से उनकी काफी आलोचना हुई. इस मुकाबले में उन्होंने एक विकेट लिया और पांच रन बनाए. वहीं वनडे डेब्यू 2014 में बांग्लादेश के खिलाफ किया था और दो विकेट उनके नाम रहे थे. इन दो मैचों के अलावा उन्हें कभी इंटरनेशनल स्तर पर खेलने का मौका नहीं मिला.
परवेज रसूल दो बार बने भारत के बेस्ट ऑलराउंडर
रसूल 2013-14 और 2017-18 में दो बार रणजी ट्रॉफी के बेस्ट ऑलराउंडर चुने गए. इससे उन्होंने लाला अमरनाथ ट्रॉफी जीती. वह पिछले दो सीजन से जम्मू कश्मीर टीम से बाहर चल रहे थे. उन्होंने इस बारे में स्पोर्टस्टार से बात करते हुए कहा कि उन्हें बाहर किए जाने पर बुरा लगा. लेकिन कुछ चीजें किसी भी क्रिकेटर के नियंत्रण से बाहर होती है. उन्होंने बताया कि कई स्टेट एसोसिएशन ने उनसे संपर्क किया था लेकिन उन्होंने जम्मू कश्मीर छोड़ना ठीक नहीं समझा. अब वह कोचिंग में जाना चाहते हैं. उन्होंने हाल ही में बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस से लेवल 2 कोचिंग सर्टिफिकेट हासिल किया है.
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