लेजेंड्री अंपायर डिकी बर्ड का निधन हो गया है. डिकी बर्ड ने 23 सिंतबर को 92 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. यॉर्कशर काउंटी क्लब ने डिकी बर्ड के निधन की जानकारी दी और उन्हें यॉर्कशर क्रिकेट का सबसे महान अंपायर बताया. बर्ड का जन्म 19 अप्रैल 1922 में हुआ था. वो एक बैटर भी थे और उन्होंने यॉर्कशर और लेसेस्टरशर के लिए क्रिकेट भी खेला था. लेकिन चोट के चलते उनका करियर छोटा रह गया. इसके बाद वो हमेशा के लिए अंपायरिंग करने लगे.
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क्रिकेटर भी थे बर्ड
बर्ड ने 66 टेस्ट मैच, 69 वनडे में अंपायरिंग की. वहीं उनका अंपायरिंग करियर साल 1973 से लेकर साल 1966 तक रहा. इस दौरान उन्होंने तीन वर्ल्ड कप फाइनल्स में अंपायरिंग की. खिलाड़ी इस अंपायर को उनके फैसले और उनकी निष्पक्षता और मानवता को याद करते थे. वहीं उनकी खास चीज उनकी सफेद टोपी थी जो फैंस को काफी ज्यादा पसंद आती थी.
भारत के वर्ल्ड कप जीत में की थी अंपायरिंग
डिकी बर्ड वही शख्स हैं जिन्होंने साल 1983 वर्ल्ड कप फाइनल में अंपायरिंग की थी जिसमें पहली बार टीम इंडिया ने खिताब जीता था. वहीं साल 1996 में उन्होंने लॉर्ड्स टेस्ट में आखिरी बार अंपायरिंग की थी. इस दौरान इंग्लैंड और भारत के खिलाड़ियों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया था. ये वही टेस्ट था जिसमें टीम इंडिया के दोनों पूर्व कप्तान यानी की सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ने अपना डेब्यू किया था.
बता दें कि डिकी बर्ड की ऑटोबॉयोग्राफी बियॉन्ड दी बाउंड्री की लाखों कॉपीज बिकी थीं. साल 2014 में उन्हें यॉर्कशर क्रिकेट क्लब का अध्यक्ष बनाया गया था. उनके रहते हुए टीम ने दो काउंटी खिताब अपने नाम किए. वो अक्सर खिलाड़ियों से बात करते थे. बच्चों को ऑटोग्राफ देते थे. वो अक्सर ये कहते थे कि क्रिकेट उनकी जिंदगी है.
डिकी बर्ड ने अपनी डिकी बर्ड फाउंडेशन के जरिए समाज को बहुत कुछ दिया. यह फाउंडेशन गरीब बच्चों को खेल में हिस्सा लेने के मौके देता है. क्रिकेट के मैदान के अंदर और बाहर उनकी छाप हमेशा रहेगी, न सिर्फ क्रिकेट में बल्कि पूरे यूके के खेल संस्कृति में.
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