दिग्गज भारतीय कप्तान और विकेटकीपर-बल्लेबाज एमएस सिंह धोनी को बीते दिन ICC हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया. 43 साल के धोनी ने अपने 15 साल के लंबे इंटरनेशनल करियर के दौरान 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी20 मैच खेले और 17000 से अधिक रन बनाए. उन्होंने अपनी कप्तानी में भारत को साल 2007 में पहला टी20 वर्ल्ड कप और 2011 में वनडे विश्व कप जिताया और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी दिलाई. वह तीनों आईसीसी व्हाइट-बॉल ट्रॉफी जीतने वाले दुनिया के इकलौत क्रिकेटर हैं और उनके नेतृत्व में भारत ने टेस्ट रैंकिंग में भी शीर्ष स्थान हासिल किया और कई बार टेस्ट गदा जीती.
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आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले 11वें भारतीय क्रिकेटर बनने के बाद धोनी ने अपनी खुशी जाहिर की और कहा कि यह सम्मान हमेशा उनके साथ रहेगा. आईसीसी की ओर से जारी रिलीज में धोनी के हवाले से कहा गया-
आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होना सम्मान की बात है, जो दुनिया भर के क्रिकेटरों के योगदान को मान्यता देता है. ऐसे सर्वकालिक महान खिलाड़ियों के साथ अपना नाम याद रखना एक अद्भुत एहसास है. यह ऐसी चीज है जिसे मैं हमेशा संजो कर रखूंगा. धोनी ने 23 दिसंबर 2004 को चटगांव में खेले गए वनडे मैच के दौरान बांग्लादेश के खिलाफ भारत के लिए अपना इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था.
धोनी का करियर
वनडे में उन्होंने 297 पारियों में कुल 10,773 रन बनाए और उन्होंने दिसंबर 2014 में 90 मैचों में 4876 रन के साथ अपना टेस्ट करियर समाप्त किया. वनडे में भारत के सबसे सफल कप्तान धोनी ने 98 टी20 मैच भी खेले और 85 पारियों में 1617 रन बनाए. 15 अगस्त 2020 को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने वाले धोनी अभी भी आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल रहे हैं. पिछले साल आईपीएल 2025 की मेगा ऑक्शन से पहले चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें 4 करोड़ रुपये में रिटेन किया था और 11 अप्रैल 2025 को उन्होंने सीएसके के कप्तान के रूप में वापसी की, लेकिन कप्तानी में उनकी वापसी के बावजूद सीएसके आईपीएल 2025 में उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन करने में विफल रही और इतिहास में पहली बार अंक तालिका में सबसे नीचे रही.
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