टीम इंडिया के स्टार बैटर विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा ने दिग्गज खिलाड़ी के रिटायरमेंट पर कहा कि उन्होंने एक अलग उदाहरण सेट किया है. क्योंकि सीनियर खिलाड़ियों को अक्सर टीम से बाहर कर दिया जाता है. कोहली ने इंग्लैंड दौरे से ठीक पहले रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया. इस बीच स्पोर्ट्स तक से उन्होंने एक्सक्लूसिव तौर पर बातचीत की.
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सीनियर खिलाड़ियों को अक्सर बाहर कर दिया जाता है: कोहली
राजकुमार ने कहा कि, कोहली का रिटायरमेंट हमेशा के लिए याद रखा जाएगा. वो ऐसे समय में गेम छोड़कर जा रहे हैं जब पूरा देश चाहता है कि वो दोबारा खेलें. वहीं राजकुमार ने आगे कहा कि, टीम इंडिया में अक्सर सीनियर खिलाड़ियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है. स्पोर्ट्स तक से उन्होंने आगे कहा कि, ये रिटायरमेंट हमेशा के लिए याद रखा जाएगा. क्योंकि कोई भी नहीं चाहता था कि वो रिटायर हों.
राजकुमार से जब पूछा गया कि वो कोच के तौर पर विराट के रिटायरमेंट को कैसे देखते हैं? इसपर उन्होंने कहा कि,
जब वो 10 साल का भी नहीं था तब से वो इस एकेडमी में खेल रहा था. ऐसे में उसका करियर देखकर मुझे बहुत खुशी होती है. उसने काफी मेहनत की और वो टैलेंटेड भी था. यही कारण है कि वो यहां तक पहुंचा. जिस तरह से वो मेहनत करता था और अनुशासन में रहता था वो कमाल था. विराट अब युवा खिलाड़ियों के लिए उदाहरण बन चुका है. हमारी एकेडमी में जितने बच्चे आते थे वो उसे देखकर काफी प्रभावित होते थे. विराट ने भारतीय क्रिकेट के फिटनेस कल्चर को पूरी तरह बदलकर रख दिया.
विराट कोहली ने 123 टेस्ट में 9230 रन बनाकर अपने करियर को अलविदा कहा. कोहली ने 46.85 की औसत के साथ 30 शतक और 31 अर्धशतक ठोके हैं. कोहली ने साल 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू किया था. वहीं उन्होंने साल 2012 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में पहला शतक ठोका था. कोहली ने टीम इंडिया के लिए टेस्ट में 68 मैचों में कप्तानी की. इसमें उन्हें 40 में जीत और 17 में हार मिली जबकि 11 मुकाबले ड्रॉ रहे.
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