3 साल पहले खेला था भारत के लिए आखिरी मैच, RCB की चैंपियन टीम का था हिस्सा, अब काउंटी खेलने इंग्लैंड जाएगा स्टार बैटर

आरसीबी चैंपियन टीम का हिस्सा रहने वाले मयंक अग्रवाल इंग्लैंड जाने वाले हैं. वो काउंटी के लिए जा रहे हैं. रणजी से पहले मयंक अनुभव लेना चाहते हैं.

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ऋषभ पंत से मैच में बैट लेते मयंक अग्रवाल

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मयंक अग्रवाल काउंटी खेलने के लिए तैयार हैं

मयंक तीन साल से टीम इंडिया से बाहर हैं

भारतीय बल्लेबाज मयंक अग्रवाल अगले महीने रणजी ट्रॉफी शुरू होने से पहले इंग्लैंड की यॉर्कशर टीम के साथ कुछ समय के लिए जुड़ने वाले हैं. ईएसपीएनक्रिकइंफो की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वह 8 सितंबर से टॉन्टन के काउंटी ग्राउंड में समरसेट के खिलाफ होने वाले मैच से पहले टीम में शामिल होंगे. मयंक यॉर्कशर के लिए तीन मैच खेलेंगे और फिर 2025-26 रणजी ट्रॉफी के लिए भारत लौट आएंगे. यह उनका पहला काउंटी चैंपियनशिप अनुभव होगा.

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RCB की चैंपियन टीम का थे हिस्सा

मयंक ने हाल ही में कर्नाटक की टी20 लीग, महाराजा टी20 ट्रॉफी में हिस्सा लिया था. इससे पहले, वह IPL में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए खेले, जहां उन्होंने चोटिल देवदत्त पडिक्कल की जगह ली और टीम ने खिताब जीता. 34 साल के मयंक इंग्लैंड से अच्छी तरह वाकिफ हैं. वह 2021-22 में टेस्ट टीम के साथ और फिर जून 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए वहां गए थे.

2021-22 के इंग्लैंड दौरे पर मयंक को ओपनिंग करनी थी, लेकिन सिर में चोट लगने की वजह से वह पहला टेस्ट नहीं खेल पाए. वह भारत A के साथ भी दो बार इंग्लैंड जा चुके हैं, लेकिन उन्होंने वहां बल्लेबाजी नहीं की. कर्नाटक के हर फॉर्मेट के कप्तान मयंक के पास प्रथम श्रेणी क्रिकेट का लंबा अनुभव है. उन्होंने 190 पारियों में 44 की औसत से 8,050 रन बनाए, जिसमें 18 शतक शामिल हैं. मयंक ने 36 टेस्ट पारियों में 41.33 की औसत से 1,488 रन बनाए, जिसमें चार शतक हैं. उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 243 रन है, जो उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया.

उन्होंने आखिरी बार फरवरी 2023 में बेंगलुरु में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट खेला, जो उनका 21वां टेस्ट था. हाल के रणजी ट्रॉफी सीजन में मयंक ने सात मैचों में 32 की औसत से 320 रन बनाए, जिसमें एक शतक शामिल था. हालांकि, मयंक ने जनवरी में कर्नाटक को विजय हजारे ट्रॉफी का खिताब दिलाया. उन्होंने 10 मैचों में 93 की शानदार औसत से 651 रन बनाए और करुण नायर के बाद टूर्नामेंट में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे. कर्नाटक का सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा, जहां उन्होंने सात में से सिर्फ तीन मैच जीते.

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