संजू सैमसन के पास अभी भारतीय टी20 टीम के ओपनर की जिम्मेदारी है. उन्हें पिछले साल श्रीलंका दौरे से इस भूमिका में आजमाया गया था. संजू सैमसन ने अब आर अश्विन के साथ बातचीत में बताया कि कैसे उन्हें ओपनर के तौर पर खिलाने का फैसला हुआ. कप्तान सूर्यकुमार यादव और हेड कोच गौतम गंभीर से भी उन्हें मदद मिली. इन दोनों ने शुरुआती नाकामी के बावजूद संजू सैमसन का समर्थन किया और उन्हें ओपनिंग में बरकरार रखा.
ADVERTISEMENT
सैमसन ने कहा कि सूर्या ने उनके सामने ओपनिंग का दावा रखा था. उन्होंने अश्विन के यूट्यूब चैनल पर कहा, मैं आंध्र में दलीप ट्रॉफी का मैच खेल रहा था. सूर्या भी खेल रहा था. तब वह मेरे पास आए और कहा कि आपके लिए काफी अच्छा अवसर आ रहा है. हमारे पास सात मैच हैं और मैं आपको ओपनर के तौर पर सात मैच दे रहा हूं. कप्तान की तरफ से इस तरह की बात आना बहुत बड़ी बात है.
संजू ने बताया कि श्रीलंका दौरे पर उन्होंने ओपनिंग की लेकिन तब दो मैचों में जीरो पर आउट हो गए. इससे वह चिंता में थे तब गंभीर ने सहारा दिया. विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा,
श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में दो मैचों में जीरो पर आउट हुआ. मैं सोचने लगा कि फिर से वही होने वाला है, दो मैच खेलो और फिर बाहर. मैं ड्रेसिंग रूम में थोड़ा परेशान था और गौती भाई ने देखा. वह मेरे पास आए और पूछा क्या हुआ? मैंने कहा कि दो मौके मिले थे लेकिन मैं रन नहीं बना सका. गौती भाई ने कहा कि तो क्या हुआ? अगर तुम 21 बार जीरो पर आउट हो जाओगे तब ही मैं तुम्हें टीम से बाहर करूंगा.
सैमसन को गंभीर के इस बयान से काफी तसल्ली मिली. उन्होंने कहा, कप्तान और कोच से इस तरह के शब्द सुनने के बाद मेरा आत्मविश्वास बढ़ा. आपको लगता है कि वे आपमें वाकई भरोसा करते हैं और वे चाहते हैं कि आप अच्छा करें.
Exclusive: आकाश दीप ने कोहली-शुभमन गिल की कप्तानी की तुलना पर कही तगड़ी बात, बोले- टीम का माहौल...
ADVERTISEMENT