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आईपीएल 2024 और 2025 में शशांक सिंह ने लगातार पंजाब किंग्स के लिए कमाल का खेल दिखाया. फिनिशर की भूमिका में इस बल्लेबाज ने बिजली की गति रन जुटाए हैं. उनका खेल प्रमुख कारण रहा जिससे पंजाब किंग्स 11 साल का सूखा समाप्त करते हुए आईपीएल 2025 फाइनल खेल सकी. इसके बावजूद वह भारतीय सीनियर टीम तो दूर इंडिया ए के सेलेक्शन के भी आसपास नहीं हैं. शशांक सिंह को इस बात का दुख है.
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घरेलू क्रिकेट में छत्तीसगढ़ की ओर से खेलने वाले शशांक सिंह ने आईपीएल 2024 में पंजाब के लिए 14 मैच में 44.25 की औसत और 164.65 की स्ट्राइक रेट से 354 रन बनाए. फिर आईपीएल 2025 में फिर से ऐसा ही खेल दिखाया. इस बार उन्होंने 17 मैच में 50 की औसत और 153.50 की स्ट्राइक रेट से 350 रन जोड़े. आईपीएल 2025 में आखिरी पांच ओवर्स में वह सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे. उन्होंने 192.06 की स्ट्राइक रेट से 242 रन स्लॉग ओवर्स में बनाए. उनके बाद मुंबई इंडियंस के नमन धीर का नाम है जिन्होंने 195.87 की स्ट्राइक रेट से 190 रन जोड़े.
शशांक सिंह ने टीम इंडिया में जगह नहीं मिलने पर क्या कहा
शशांक ने भारतीय टीम में सेलेक्शन नहीं होने को लेकर कहा कि इस बात का उन्हें दुख है और बुरा भी लगता है. लेकिन उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी है. शशांक का कहना है कि वह निराश है लेकिन मन में यही विचार आता है कि वह क्या कर सकते हैं. इसका जवाब है कि लगातार प्रदर्शन करते रहना है और बेहतर करते जाना है.
शशांक सिंह सेलेक्शन पर क्या बोले
शशांक ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से बातचीत में सेलेक्शन के बारे में कहा,
मुझे भारत के लिए केवल खेलना नहीं है. मैं देश के लिए मैच जीतना चाहता हूं. मैं इस बारे में सोचता रहता हूं. आज भी जब मैं पावर हिटिंग की ट्रेनिंग करता हूं तो यही विचार आता है कि मैच जीतने के लिए क्या करने की जरूरत है. अगर मैं ऑस्ट्रेलिया में खेल रहा हूं तो वहां पर अतिरिक्त उछाल वाली कंडीशन होगी. इसलिए मुझे पुल और कट शॉट में सुधार करना होगा. अगर मैं भारत में खेल रहा हूं तो मुझे पावर हिटिंग चाहिए जिससे आसानी से सीमा रेखा पार हो.
मेरा काम सारे बॉक्स टिक करना और कड़ी मेहनत करना है. जो मेरे हाथ में हैं मैं उन्हीं चीजों को काबू कर सकता हूं. सीनियर टीम, इंडिया ए में बुलावा जब आना होगा तब आएगा. ऐसा कब होगा मुझे पता नहीं. लेकिन एक बात तय है कि मेरा एक सपना है. भारत के लिए मैच जीतने का सपना. ऐसा होगा. ऐसा विश्वास है.
शशांक सिंह क्यों सूर्यकुमार यादव से लेते हैं प्रेरणा
शशांक सिंह 34 साल के होने वाले हैं और उन्हें नहीं लगता कि टीम इंडिया में जगह बनाने का मौका चला गया. वह सूर्यकुमार यादव और प्रवीण तांबे से प्रेरणा लेते हैं. कई बार जब नहीं चुने जाने की निराशा होती है तो इनके नाम याद आते हैं. सूर्या को 31 साल की उम्र में भारतीय टीम में जगह मिली थी. वहीं तांबे ने 41 साल की उम्र में आईपीएल डेब्यू किया था.
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