मुंबई और मध्य प्रदेश के बीच सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024 के फाइनल में अंपायरिंग को लेकर गंभीर सवाल उठे. एमपी के कप्तान रजत पाटीदार आखिरी ओवर की आखिरी गेंद के बाद अंपायर्स से भिड़ गए. उन्होंने तीसरे अंपायर के वाइड के फैसले को बदलने का विरोध किया और मैदान छोड़ने से मना कर दिया. इसके बाद मैदानी अंपायर का फैसला जारी रखा गया और एमपी को वाइ़ड मिली. रजत पाटीदार ने शार्दुल ठाकुर की ओर से फेंके गए ओवर की आखिरी गेंद पर छक्का उड़ा दिया. इससे मध्य प्रदेश ने 174 रन का स्कोर खड़ा किया. हालांकि मुंबई ने लक्ष्य हासिल किया और दूसरी बार सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीत ली.
ADVERTISEMENT
बेंगलुरु में खेले गए खिताबी मुकाबले के दौरान पाटीदार आखिरी गेंद पर टीवी अंपायर केएन अनंतपद्मनाभन के वाइड के फैसले को बदलने से नाखुश दिखे. मैदानी अंपायर ने शार्दुल की ओर से फेंकी गई गेंद को वाइड करार दिया था. इस पर मुंबई के कप्तान श्रेयस अय्यर ने डीआरएस लिया. यह गेंद ऑफ साइड में क्रीज से काफी बाहर थी. हालांकि पाटीदार भी इसे खेलने के लिए काफी शफल कर गए थे. टीवी अंपायर ने इसे वाइड नहीं माना और सही गेंद करार दिया. उनका कहना था कि बल्लेबाज गेंद के करीब था और वह ऑफ साइ़ड में काफी आगे गया था. मैदानी अंपायर ने अपना फैसला बदला लेकिन पाटीदार ने जाने से इनकार कर दिया.
मुंबई ने एमपी को पांच विकेट से हराया
एमपी के कप्तान ने अंपायर्स से फिर से इस गेंद को रिव्यू करने को कहा. टीवी अंपायर ने फिर दोबारा से रिप्ले देखे और फैसला बदल दिया. उन्होंने मैदानी अंपायर से माफी मांगते हुए कहा, 'बहुत दुखी हूं. गेंद क्रीज से बाहर पिच हुई है. मैंने उसे नहीं देखा था.' ऐसे में गेंद वाइड रही और एमपी को एक और गेंद खेलने को मिली. इस पर पाटीदार ने छक्का लगा दिया. यह उनकी पारी का छठा सिक्स रहा. इससे एमपी की टीम ने आठ विकेट पर 174 का स्कोर खड़ा किया. हालांकि उसके गेंदबाज इस लक्ष्य को बचा नहीं पाए. सूर्यांश हेडगे और सूर्यकुमार यादव के धमाकेदार खेल से मुंबई ने 13 गेंद बाकी रहते पांच विकेट से ट्रॉफी जीत ली.
ये भी पढ़ें