धारावी, मुंबई की ऊंची ऊंची इमारातों के बीच की वो बस्ती, जहां रहने वाले लाखों लोगों को अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने लिए संघर्ष करना पड़ता है. इसके बावजूद काफी लोगों की वो जरूरतें तक पूरी नहीं होती. धारावी की उन झुग्गियों में ज्यादातर रहने वालों का सपना वो ऊंची इमारतें होती हैं, जो उनकी बस्ती से आसामन को छूती हुई नजर आती है, मगर वह से उड़ान भरने की हिम्मत कम ही लोग कर पाते हैं. जो हिम्मत करके उड़ान भर लेते हैं, वो इतिहास रच देते हैं. वो वैसा ही कमाल कर देते हैं. जैसा सिमरन शेख ने कर दिया.
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सिमरन धारावी की उसी झुग्गी से निकलकर विमेंस प्रीमियर लीग 2025 ऑक्शन की सबसे महंगी खिलाड़ी बन गई हैं. सिमरन को गुजरात जायंट्स ने 1.9 करोड़ रुपये में खरीदा. मुंबई की ऑलराउंडर को गुजरात ने बड़ी बोली लगाकर अपने साथ जोड़ा. यूपी वॉरियर्स का हिस्सा रह चुकी सिमरन ऑक्शन में बिकने वाली सबसे महंगी खिलाड़ी हैं.
दिल्ली और गुजरात के बीच जंग
सिमरन के सफर की बात करें तो वो धारावी में की गलियों में लड़कों के साथ क्रिकेट खेलती थी. 15 साल की उम्र तक क्रिकेट को लेकर वो जुनूनी हो गई थीं और इसके बाद उनका सफर शुरू हुआ. उन्होंने यूनाइटेड क्लब जॉइन किया और उड़ान भरी. विमेंस प्रीमियर लीग में उनके पास 9 मैच का अनुभव है. सिमरन के लिए दिल्ली कैपिटल्स और जायंट्स के बीच रेस चली थी. कैपिटल्स ने 1.80 करोड़ की बोली लगाई थी, मगर इसके बाद जायंट्स ने काफी सोच विचार करके 1.90 करोड़ की बोली लगाकर उन्हें अपने साथ शामिल कर लिया.
वायरमैन हैं सिमरन के पिता
सिमरन के पिता वायरमैन हैं. उनकी चार बहनें और तीन भाई हैं. सिमरन को उनके माता पिता ने भी काफी सपोर्ट किया. लोकल टूर्नामेंट में अपनी काबिलियत का लोहा मनवाने के बाद मुंबई की अंडर 19 टीम में उन्होंने एंट्री की और फिर विमेंस प्रीमियर लीग में जगह बनाई. अब उनकी नजरें टीम इंडिया के दरवाजे खोलने पर है.