देवदत्त पडिक्कल ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में तूफानी शुरुआत की. कर्नाटक के इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने महाराष्ट्र के खिलाफ मुकाबले में 62 गेंद में नाबाद 124 रन की पारी खेली. उन्होंने 14 चौके और छह छक्के लगाए. देवदत्त पडिक्कल ने करियर का तीसरा टी20 शतक लगाया. इसकी मदद से कर्नाटक ने दो विकेट पर 215 रन का स्कोर खड़ा किया. उनके अलावा मनीष पांडे ने 38 गेंद में एक चौके और चार छक्कों से 50 रन की पारी खेली. पडिक्कल ने इस शतक के बूते सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सबसे तेज 1000 रन बनाने का कमाल किया.
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देवदत्त पडिक्कल पिछले कुछ समय से रनों के लिए तरस रहे थे. वे भारत ए टीम की योजनाओं से भी बाहर चल रहे हैं. आईपीएल 2022 भी उनका ठीकठाक सा ही था. साथ ही पिछले दिनों कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन की महाराजा टी20 ट्रॉफी में भी उनका खेल फीका रहा था. वे केवल 123 की स्ट्राइक रेट से रन बना पाए थे. ऐसे में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के रूप में एक तरह से उनके पास सुनहरा मौका था फिर से खोया रुतबा हासिल करने के लिए. उन्होंने ऐसा ही किया और पहले ही मुकाबले में शतक उड़ाया. उन्होंने 32 गेंदों में 50 रन पूरे किए. इसके बाद अगले 50 रन केवल 21 गेंद में उड़ाते हुए 53 गेंद में शतक जड़ दिया.
पडिक्कल के सबसे तेज 1000 रन
इस शतकीय पारी के जरिए पडिक्कल ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में केवल 24 पारियों में ही 1000 रन का आंकड़ा पार कर लिया. उन्होंने 150 की स्ट्राइक रेट से ये रन बनाए हैं. उन्होंने कर्नाटक के ही रोहन कदम को पीछे छोड़ा जिन्होंने 27 पारियों में 1000 रन बनाए थे. वहीं भारतीय खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा टी20 शतक लगाने वाले बल्लेबाजों में पडिक्कल संयुक्त रूप से तीसरे पायदान पर हैं. उनके अलावा संजू सैमसन और मनीष पांडे के भी तीन-तीन टी20 शतक हैं. इनसे आगे सुरेश रैना (4) और केएल राहुल, रोहित शर्मा व विराट कोहली (6) हैं.