बैजबॉल और ब्रेंडन मैक्कलम पर इंग्लिश फैंस का हमला, हेड कोच ने भी हार के बाद मानी अपनी गलती

इंग्लैंड की टीम ने एशेज गंवा दिया है. इंग्लैंड को तीसरे टेस्ट में 82 रन से हार मिली. इस हार के बाद कोच ब्रेंडन मैक्कलम ने माना कि वो सही फैसले नहीं ले पाएं. इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि, हमें और तैयारी करनी थी.

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हार के बाद निराश होकर मैदान से बाहर जाते ब्रेंडन मैक्कलम (photo: getty)

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इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार मिली है

कोच ब्रेंडन मैक्कलम ने खुद पर हार की जिम्मेदारी ली है

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंग्लैंड की करारी हार के बाद अब टीम पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. फैंस ने हेड कोच ब्रेंडन मैक्कलम पर हमला बोला है और कहा है कि बैजबॉल और उनका अब जाने का समय आ चुका है. एडिलेड टेस्ट में रविवार को इंग्लैंड ने 82 रन से तीसरा टेस्ट गंवा दिया. इस तरह कंगारुओं ने एशेज पर 3-0 से कब्जा कर लिया.

इंग्लैंड टीम पर बरसे फैंस

ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद से ही इंग्लैंड की तैयारियों की आलोचना हो रही है. विशेषज्ञों और फैंस ने इसे काफी खराब बताया है. एशेज सीरीज से पहले न्यूजीलैंड में व्हाइट-बॉल सीरीज खेली, फिर पर्थ के एक धीमे क्लब ग्राउंड पर सिर्फ एक इन्ट्रा-स्क्वॉड मैच खेला. इसके बाद पहला टेस्ट सिर्फ दो दिन में हार गए. एडिलेड में हार के बाद ब्रेंडन मैक्कलम ने प्रेस से बात करते हुए हार की जिम्मेदारी खुद पर ली. उन्होंने कहा कि टीम और कोच के तौर पर उन्होंने कई चीजें गलत कीं. उनका मानना था कि दूर की सीरीज से पहले माहौल हल्का रखने का उनका तरीका ऑस्ट्रेलिया में भी काम करेगा.

मैक्कलम ने कहा, “मुझे यकीन है कि काफी सवाल उठेंगे और उठने भी चाहिए. हमने सब कुछ सही नहीं किया और कोच के रूप में मैंने भी कई गलतियां कीं. आखिरकार हेड कोच होने के नाते टीम को तैयार करने और मैच के लिए तैयार करने की जिम्मेदारी मेरी है. मुझे अपने तरीकों पर पूरा भरोसा था. न सिर्फ पहले टेस्ट से पहले, बल्कि टेस्ट के बीच में भी.”

हमें और तैयारी करनी थी: मैक्कलम

उन्होंने आगे कहा कि अब पीछे मुड़कर सोचते हैं तो लगता है कि पहले मैच से पहले थोड़ी और तैयारी की जरूरत थी. “अब लगता है कि पहले टेस्ट से पहले क्या हमें और तैयारी करनी चाहिए थी और दूसरे से पहले क्या कम? हम 3-0 से हार गए, तो साफ है कि कुछ बदलाव की गुंजाइश थी. कोच होने के नाते हाथ उठाकर कहना पड़ता है कि शायद वो सही नहीं रहा. मुझे लगा था कि यही तरीका हमें सबसे अच्छा मौका देगा क्योंकि पहले काम कर चुका था. लेकिन यहां 3-0 से हारकर बैठे हैं, तो साफ है कि इस बार नहीं चला.” इंग्लैंड को अब अपनी इज्जत बचाने के लिए मेलबर्न टेस्ट जीतना होगा.

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