भारतीय टीम ने बर्मिंघम के एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ 336 रनों के विशाल अंतर से ऐतिहासिक टेस्ट मुकाबला जीता है. इस जीत के साथ ही भारत ने इंग्लैंड के 'बैजबॉल' घमंड को तोड़ दिया है. कप्तान शुभमन गिल ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन करते हुए पहली पारी में 269 और दूसरी पारी में लगभग 150 रन बनाए. उनकी कप्तानी में भी टीम ने बेहतरीन खेल दिखाया. भारतीय गेंदबाजों ने भी कमाल किया, जिसमें आकाशदीप ने 10 विकेट और मोहम्मद सिराज ने भी 10 विकेट लेकर टीम को जीत दिलाई. पहले टेस्ट में 9 कैच छोड़ने के बाद इस मैच में भारतीय टीम की फील्डिंग में भी सुधार दिखा. टीम ने हर डिपार्टमेंट में इंग्लैंड से बेहतर प्रदर्शन किया. इस युवा टीम ने यह साबित कर दिया कि 'हम आए हैं हम करके जाएंगे'. यह जीत लॉर्ड्स में होने वाले अगले टेस्ट मैच के लिए टीम का आत्मविश्वास बढ़ाएगी, जहाँ जसप्रीत बुमराह की वापसी की भी उम्मीद है. इस मैच में आकाशदीप का प्रदर्शन सबसे बड़ा प्लस पॉइंट रहा है, जिन्होंने नई गेंद से विकेट निकालकर दिए. यह विदेशी धरती पर रनों के मामले में भारत की सबसे बड़ी टेस्ट जीत है. इस जीत के साथ भारत ने 58 साल पुराना एजबेस्टन का रिकॉर्ड तोड़ा है, जहाँ टीम को पहले कभी टेस्ट में जीत नहीं मिली थी. कप्तान शुभमन गिल की अगुवाई में यह टीम की पहली जीत है, और उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया है. आकाशदीप ने पूरे मैच में 10 विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया, जो इंग्लैंड की धरती पर किसी भारतीय पेसर द्वारा चेतन शर्मा के 1986 के कारनामे के बाद दूसरी बार है. इंग्लैंड की टीम अपने अति-आत्मविश्वास और रक्षात्मक खेल की कमी के कारण दबाव में दिखी. शुभमन गिल ने जीत के बाद कहा कि पिछले मैच में हुई गलतियों पर हमने बात की और फील्डिंग व बोलिंग को बेहतर किया है. टीम के सामूहिक प्रयास से यह जीत संभव हुई, जिसमें यशस्वी जायसवाल, वॉशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा. यह जीत भारतीय टीम को लॉर्ड्स में होने वाले अगले मैच के लिए आत्मविश्वास देगी, जहाँ सीरीज अब 1-1 से बराबर हो गई है. आकाशदीप ने अपनी यह जीत अपनी बहन को समर्पित की है, जो कैंसर से जूझ रही हैं. उन्होंने कहा, 'बहन ये मैच आपके लिए है, हम सब आपके साथ हैं.' टीम के सभी खिलाड़ियों के प्रयास को जीत का श्रेय दिया गया. पहले टेस्ट मैच के बाद फील्डिंग में सुधार देखा गया है.
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