टीम इंडिया के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन ने टीम के कप्तान रोहित शर्मा को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है. संजू सैमसन ने कहा कि वो साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप 2024 फाइनल खेलना चाहते थे लेकिन अंतिम समय में टॉस से ठीक पहले रोहित शर्मा ने प्लेइंग 11 बदल दी. इसके बाद रोहित शर्मा ने संजू सैमसन को काफी ज्यादा समझाया और ये बताया कि उन्होंने ऐसा क्यों किया.
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एक यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए संजू सैमसन ने कहा कि, मुझे फाइनल खेलने का मौका मिला था. मुझे तैयार रहने को कहा गया था. मैं तैयार था. हालांकि, टॉस से पहले ही उन्होंने तय कर लिया कि हम उसी टीम के साथ खेलेंगे. मैंने कहा, कोई बात नहीं. मैं उस तरह के मूड में था.
टॉस से 10 मिनट पहले मिली थी जानकारी: सैमसन
बता दें कि टी20 वर्ल्ड कप 2024 में संजू सैमसन को एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला था और टीम इंडिया ने ऋषभ पंत के साथ जाने का फैसला किया. एक्सीडेंट के बाद पंत पहली बार कोई बड़ा टूर्नामेंट खेल रहे थे. ऐसे में इस खिलाड़ी ने ग्रुप स्टेज में कुछ कमाल की पारियां खेलीं लेकिन इसके बाद वो पूरी तरह फ्लॉप रहे. सैमसन ने कहा कि, फाइनल से पहले वार्म-अप के दौरान रोहित उनके पास आए और उन्हें इलेवन से बाहर किए जाने की खबर दी. वो मुझे इसके पीछे के कारणों को समझाने की कोशिश कर रहे थे.
सैमसन ने बताया कि, "वार्म-अप के दौरान, रोहित मुझे एक तरफ ले गए और मुझे समझाने लगे कि वह ये फैसला क्यों ले रहे हैं. वह कुछ इस तरह थे, 'तुम समझ गए, ना? आप उनके तरीके को जानते हो, वो बहुत कैजुअल तरीके से मुझसे बात कर रहे थे. मैंने उनसे कहा, 'चलो मैच जीतते हैं और फिर बात करते हैं.' आप मैच पर ध्यान दो. इसके बाद वह एक मिनट बाद फिर वापस आए और कहा, 'मुझे पता है कि तुम अपने मन में मुझे कोस रहे हो.' मुझे लगता है कि तुम खुश नहीं हो. मुझे लगता है कि तुम्हारे दिमाग में कुछ चल रहा है. फिर हमने चर्चा की. मैंने उनसे कहा, ' हां, एक खिलाड़ी के तौर पर मैं खेलना चाहता हूं.'
रोहित ने जो किया उसे मैं जिंदगीभर याद रखूंगा: सैमसन
सैमसन ने कहा कि उन्हें बस यही अफसोस है कि वह रोहित की कप्तानी में वर्ल्ड कप फाइनल नहीं खेल पाए. सैमसन ने कहा कि टॉस से पहले रोहित ने उनके साथ समय बिताया, बजाय इसके कि वह फाइनल खेलने वाले खिलाड़ियों पर ध्यान दें. सैमसन ने रोहित को बताया कि "बचपन से ही मैं यहां आकर कुछ करना चाहता था. फिर रोहित ने कहा कि, 'मेरा पैटर्न ऐसा है'. मैंने कहा कि मैं पूरी तरह से आपका सम्मान करता हूं कि आप आए और मुझे समझाया. लेकिन, मुझे इसका अफसोस रहेगा कि मैं आप जैसे लीडर के साथ वर्ल्ड कप फाइनल नहीं खेल पाया.' मेरे दिल में यह अफसोस रहेगा कि मैं रोहित शर्मा जैसे लीडर के साथ वर्ल्ड कप फाइनल नहीं खेल पाया. यह मेरे जीवन में हमेशा रहेगा."
सैमसन ने कहा कि, "इसके बाद मैंने सोचा, विश्व कप फाइनल बड़ी बात. लेकिन फिर मैंने यही सोचा कि रोहित अगर चाहते तो मुझे नहीं समझाते लेकिन उन्होंने मुझे 10 मिनट दिए. उसके बाद, मुझे पता चला कि इस व्यक्ति में कुछ और खूबियां हैं. अगर मैं उनकी जगह होता तो मैं खेलने वाले खिलाड़ी या अपनी बल्लेबाजी के बारे में सोचता. मैं बाद में संजू को समझाऊंगा. आम तौर पर कोई भी यही सोचता. लेकिन वो तुरंत मेरे पास आए, उन्होंने सोचा होगा कि, 'मुझे संजू को समझाना होगा कि मैंने वह फैसला क्यों लिया.' उस समय उन्होंने मेरे दिल में एक ऐसी जगह बना ली जो जीवन भर रहेगी."
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