विजय मर्चेंट ट्रॉफी में मध्यप्रदेश के कप्तान यशबर्धन सिंह चौहान ने वो कमाल किया कि देखने वाले देखते रह गए. लखनऊ के इकाना स्टेडियम में मध्यप्रदेश और मेघालय के बीच मुकाबला खेला गया. इस मुकाबले में मध्यप्रदेश की टीम पूरी तरह मेघालय पर हावी रही जिसका नतीजा ये रहा कि टीम ने अंत में एक पारी और 262 रन से जीत हासिल कर ली. मध्यप्रदेश ने पहले बल्लेबाजी की और 5 विकेट गंवा 466 रन पर पहली पारी घोषित कर दी. इसमें सबसे अहम योगदान टीम के कप्तान यशबर्धन सिंह चौहान का रहा जिन्होंने 218 गेंदों पर 302 रन की नाबाद पारी खेली. इसके जवाब में मेघालय की टीम सिर्फ 56 रन पर ढेर हो गई. टीम ने फॉलोऑन लिया और इसके बाद भी पूरी टीम 148 रन ही बना पाई.
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कप्तान का बवाल
यशबर्धन की पारी की बात करें तो इस बल्लेबाज ने पारी की आगाज किया. ऐसे में ये खिलाड़ी पहली गेंद से ही मेघालय के गेंदबाजों को ये संकेत दे चुका था कि आज वो रुकने वाले नहीं हैं और सिर्फ अटैक करेंगे. ऐसे में टीम का पहला विकेट 5 रन पर गिरा जब आरव मसीह बिना खाता खोले आउट हो गए. इसके बाद कुशाग्र नागर ने 49 रन ठोके और कप्तान का साथ दिया. विकेटकीपर बल्लेबाज करण तोमर सस्ते में सिर्फ 15 रन बनाकर आउट हो गए. वहीं कनिष्क गौतम ने अर्धशतक ठोका.
यशबर्धन अंत में तक दूसरे छोर पर डटे रहे और तेजी से रन बटोरते चले गए. इस बल्लेबाज ने अंत ने 218 गेंदों पर नाबाद 302 रनों की पारी खेली दी. यशबर्धन ने 53 सिंगल लिए, 18 डबल्स लिए, 1 ट्रिपल लिया और 48 चौके और 3 छक्कों के साथ अपनी पारी पूरी की. यशबर्धन को आउट करने के लिए मेघालय की टीम ने दूसरे छोर से कुल 7 गेंदबाजों का इस्तेमाल किया लेकिन कोई भी गेंदबाज इस बल्लेबाज का विकेट लेने में कामयाब नहीं हो पाया. ऐसे में यशबर्धन तेजी से आगे बढ़ते गए. पहले उन्होंने शतक पूरा किया. फिर 150 और 200 रन बनाए और फिर 250 रन पूरे कर 300 रनों का आंकड़ा भी पार कर दिया.
गेंद से भी किया कमाल
बता दें कि यशबर्धन ने सिर्फ बल्ले से ही नहीं बल्कि गेंद से भी कमाल किया. इस ऑलराउंडर ने मेघालय की टीम को पहली पारी में 56 रन पर ढेर करने के लिए कुल 4 विकेट हासिल किए. यशबर्धन ने 2.4 ओवरों में 1 मेडन फेंका और 4 विकेट लिए. वहीं अनजेश पाल ने 3 विकेट लिए.
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