अर्जेंटीना ने फीफा वर्ल्ड कप 2022 का खिताब जीत लिया. फाइनल में उसने फ्रांस को पेनल्टी में पछाड़ा और 4-2 से मैच अपने नाम किया. फुल टाइम तक दोनों टीमें 3-3 से बराबर रहीं. अर्जेंटीना के लिए लियोनल मेसी ने दो और एंजल डी मारिया ने एक गोल किया. वहीं फ्रांस के लिए तीनों गोल किलियन एम्बापे ने दागे. मेसी ने जबरदस्त खेल दिखाया और अपनी टीम को 36 साल बाद वर्ल्ड चैंपियन बनाया. लेकिन टीम के वर्ल्ड चैंपियन बनने के लिए खिलाड़ियों के साथ ही अर्जेंटीना की जादूगरनियों ने भी योगदान दिया.
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पिछले कुछ सप्ताह से अर्जेंटीना में खुद को ब्रूहाज (brujas) यानी डायन बुलाने वाली सैकड़ों महिलाओं ने खुद को प्रार्थनाओं, मोमबत्तियों, ताबीजों और धूप में लगा रखा है. उन्होंने ऐसा देश को 36 साल बाद वर्ल्ड कप खिताब दिलाने के लिए किया. 27 साल की हाई स्कूल टीचर रोसियो केब्रेल मेना ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया, 'हम खुद को एजेंट मानते हैं जो प्यार से परवाह व सुरक्षा करते हैं और खुशियां लाते हैं.'
न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार, अर्जेंटीना की सउदी अरब के हाथों टूर्नामेंट के पहले ही मुकाबले में चौंकाने वाली हार के बाद इस ट्रेंड की शुरुआत हुई. इस मुकाबले के बाद कई विचेज ने एक वॉट्सऐप ग्रुप बनाया ताकि साथियों को बताया जा सके कि टीम की मदद के लिए क्या करना है. इन्होंने इसे अर्जेंटाइन विचेज एसोसिएशन नाम लिया. ग्रुप 23 साल की एंतोनेला स्पेडाफोरा ने बनाया जो एक दुकान चलाती हैं. उन्होंने बताया, 'मैंने सोचा था कि ज्यादा से ज्यादा 10 लोग होंगे.' लेकिन कुछ दिनों में ही 300 लोग जुड़ गए. फिर इतनी डिमांड बढ़ी कि उन्हें एक टि्वटर अकाउंट बनाना पड़ा. सात दिन में इसके 25 हजार फॉलोअर हो गए.
नेगेटिव एनर्जी खींचने पर ध्यान
इन विचेज का कहना है कि उनका मेन फोकस अर्जेंटीना के खिलाड़ियों की नेगेटिव एनर्जी को खींचना था और इसे पॉजिटिव से बदलना था. स्पेडाफोरा ने बताया, 'लगातार काम करने से सिरदर्द, उल्टी, मांसपेशियों में दर्द होने लगता था. सारी बुरी एनर्जी हम लोग खींच रहे थे. इससे थकान होती है.' इसके चलते विचेज ने हरेक मैच के लिए अलग-अलग ग्रुप बनाए और ये एक निश्चित खिलाड़ी पर फोकस करते थे.'
विरोधी टीम पर भी टोना-टोटका
कई विचेज ने बताया कि वे मेसी और उनके टीम साथियों की देखभाल का काम कर रही थीं जबकि बाकी विरोधी टीमों के खिलाड़ियों, विशेष रूप से गोलकीपर्स पर टोना-टोटका कर रही थीं. एक टोटके के तहत खिलाड़ी का नाम कागज पर लिखा जाता और उसे फ्रीज किया जाता. मैच से ठीक पहले इस जमे हुए पेपर को जला दिया जाता. चेज कई तरह के टोने-टोटके करती हैं. इनमें काला जादू, सफेद जादू, टैरो, एस्ट्रॉलजी, विका, रेकी शामिल रहे.