पेरिस ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता शूटर को दो करोड़ रुपये मिले तो पिता बिफरे, सरकार से मांगे 5 करोड़ और फ्लैट, कहा- अगर विधायक या मंत्री...

स्वप्निल कुसाले ने पेरिस में पुरुषों के 50 मीटर राइफल 3 पॉजीशन इवेंट में कांस्य पदक जीता था. वे व्यक्तिगत ओलिंपिक मेडल जीतने वाले महाराष्ट्र के दूसरे ही एथलीट हैं.

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हरियाणा सरकार की नीति के अनुसार, कांस्य पदक विजेता को ढाई करोड़ रुपये मिलते हैं.

महाराष्ट्र सरकार ने कांस्य पदक विजेता को दो करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है.

पेरिस ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले शूटर स्वप्निल कुसाले के पिता सुरेश कुसाले ने इस उपलब्धि के लिए महाराष्ट्र सरकार की ओर से दो करोड़ रुपये की प्राइज मनी दिए जाने पर नाराजगी जताई है. उनका कहना है कि सरकार को पांच करोड़ रुपये और एक फ्लैट देना चाहिए. उन्होंने हरियाणा सरकार की पुरस्कार राशि से तुलना करते हुए महाराष्ट्र सरकार की खिंचाई की. स्वप्निल ने पेरिस में पुरुषों के 50 मीटर राइफल 3 पॉजीशन इवेंट में कांस्य पदक जीता था. वे ओलिंपिक मेडल जीतने वाले महाराष्ट्र के दूसरे ही एथलीट हैं.

सुरेश कुसाले ने कोल्हापुर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, 'हरियाणा सरकार हरेक खिलाड़ी को पांच करोड़ रुपये देती हैं. महाराष्ट्र सरकार की नई नीति के अनुसार ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता को दो करोड़ रुपये मिलेंगे. राज्य सरकार ने ऐसा क्राइटेरिया क्यों बनाया जब स्वप्निल 72 साल में महाराष्ट्र से दूसरे ही व्यक्तिगत ओलिंपिक पदक विजेता हैं.' हरियाणा सरकार की नीति के अनुसार, कांस्य पदक विजेता को ढाई करोड़ रुपये मिलते हैं. यहां गोल्ड विनर को पांच और सिल्वर मेडलिस्ट को चार करोड़ रुपये दिए जाते हैं.

स्वप्निल के पिता बोले- मंत्री का बेटा होता तो इतने ही पैसे मिलते?

 

कुसाले ने आगे कहा, 'पेरिस ओलिंपिक में भारत के पांच एथलीट्स ने व्यक्तिगत मेडल जीता. इनमें से चार हरियाणा और एक स्वप्निल कुसाले महाराष्ट्र से हैं. महाराष्ट्र की तुलना में हरियाणा काफी छोटा राज्य है लेकिन वह अपने एथलीट्स को मोटी पुरस्कार राशि देता है. हमारी सरकार ने स्वर्ण पदक विजेता के लिए पांच, रजत पदक के लिए तीन और कांस्य पदक के लिए दो करोड़ रुपये देने की घोषणा की. जब इतने सालों में महाराष्ट्र के दो ही खिलाड़ियों ने मेडल जीते हैं तो ऐसा क्यों करना. अगर मुझे पता होता है कि ऐसा होगा तो मैं उसे किसी दूसरे खेल में करियर बनाने के लिए मनाता.यह रकम कम रखी गई है क्योंकि स्वप्निल साधारण पृष्ठभूमि से आता है. अगर वह विधायक या मंत्री का बेटा होता तब भी रकम इतनी ही होती.'

सुरेश कुसाले ने साथ ही कहा कि पुणे के स्पोर्ट्स कॉम्पलैक्स के शूटिंग एरिया का नाम उनके बेटे पर रखा जाना चाहिए. उसे बेलावाड़ी स्पोर्ट्स स्टेडियम के पास में फ्लैट मे मिलना चाहिए.
 

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