पेरिस ओलिंपिक में दो मेडल जीतने वाली स्टार भारतीय निशानेबाज मनु भाकर और शतरंज विश्व चैम्पियन डी गुकेश समेत चार खिलाड़ियों को देश के सबसे बड़े खेल सम्मान से नवाजा गया.शुक्रवार को नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड सेरेमनी में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से जब मेजर ध्यानचंद खेलरत्न सम्मान लेने पहुंचे तो तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका स्वागत किया गया. मनु और गुकेश के अलावा भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरालिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट ऊंचीकूद के खिलाड़ी प्रवीण कुमार को भी देश का सर्वोच्च खेल सम्मान राष्ट्रपति भवन में दिया
किया गया.
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हरमनप्रीत टोक्यो और पेरिस ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे.पेरिस ओलिंपिक में उन्होंने भारतीय टीम की अगुआई थी और उनकी कप्तानी में भारत ने लगातार दूसरे ओलिंपिक में ब्रॉन्ज जीता था.दूसरी ओर बायें पैर में विकार के साथ पैदा हुए प्रवीण ने टोक्यो ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीता था, मगर पेरिस ओलिंपिक में उन्होंने इसे गोल्ड में बदल दिया.
32 खिलाड़ी अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित
इस बार 32 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार दिये गए,जिनमें से 17 पैरा एथलीट हैं. अर्जुन पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ियों में पेरिस ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता पहलवान अमन सहरावत, निशानबाज स्वप्निल कुसाले, सरबजोत सिंह और पुरुष हॉकी टीम के सदस्य जरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, संजय और अभिषेक शामिल हैं .
एक एडिशन में दो मेडल जीतने वाली भारतीय एथलीट
मनु भाकर की बात करें तो वो ओलिंपिक के सिंगल एडिशन में दो मेडल जीतने वाली आजादी के बाद भारत की पहली एथलीट बनी थीं. टोक्यो ओलिंपिक की निराशा को पीछे छोड़ते हुए मनु ने पेरिस ओलिंपिक में इतिहास रच दिया था.उन्होंने पिछले साल अगस्त में विमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल और 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्सड टीम इवेंट् में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. वहीं 18 साल के गुकेश पिछले महीने चीन के डिंग लिरेन को हराकर इतिहास के सबसे युवा वर्ल्ड चेस चैंपियन बने थे. वो विश्वनाथन आनंद के बाद इस उपलब्धि को हासिल करने वाले दूसरे भारतीय बने थे.
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