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World Rapid & Blitz Championship: वर्ल्ड चैंपियन डी गुकेश ने साफ कर दिया है कि वर्ल्ड रैपिड और ब्लिट्ज चैंपियनशिप में उनसे ज्यादा उम्मीद ना रखी जाए. वह इस टूर्नामेंट को सिर्फ एंजॉय करने आए हैं. उन्होंने कहा कि क्लासिकल शतरंज उनकी आजीविका का मुख्य सोर्स बना रहेगा और शुक्रवार से शुरू होने वाली सीजन की आखिरी प्रतियोगिता फिडे विश्व रैपिड और ब्लिट्ज चैंपियनशिप से उन्हें बहुत अधिक अपेक्षाएं नहीं हैं.
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गुकेश के लिए यह सीजन उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा और वह दस लाख यूरो के पुरस्कार राशि वाले टूर्नामेंट से भी बहुत अधिक उम्मीद नहीं लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह यहां कुछ प्रयोग करने, कुछ मौज-मस्ती करने और टूर्नामेंट का आनंद लेने आए हैं.
क्लासिकल के बाद रैपिड
19 साल के खिलाड़ी ने पांच बार के वर्ल्ड चैंपियन मैग्नस कार्लसन की मौजूदगी में मीडिया से कहा कि मुझे लगता है कि मेरे लिए किसी भी फॉर्मेट में अच्छा खेलना काफी अहम है और इस साल मैंने रैपिड और ब्लिट्ज फॉर्मेट को थोड़ा अधिक गंभीरता से लिया है. हालांकि मुझे लगता है कि क्लासिकल की तुलना में रैपिड और ब्लिट्ज टूर्नामेंट मेरी प्राथमिकता से थोड़े कम रहे.
बहुत अधिक अपेक्षाएं नहीं
उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी प्रतियोगिता है जिससे मुझे बहुत अधिक अपेक्षाएं नहीं हैं. मैं यहां सिर्फ खेलने आया हूं, कुछ प्रयोग करने आया हूं, आनंद लेने आया हूं और मौज-मस्ती के उद्देश्य से शतरंज खेलने आया हूं. गुकेश के अलावा आर प्रज्ञाननंदा, अर्जुन एरिगैसी, पी हरिकृष्णा, विदित गुजराती जैसे भारतीय खिलाड़ी भी इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं.
जीत की भूख कम नहीं
वहीं कार्लसन ने साफ कर दिया है कि वह इस चैंपियनशिप को जीतने आए हैं और पिता बनने या युवा खिलाड़ियों के आने से सफलता हासिल करने की उनकी भूख कम नहीं हुई है. कार्लसन इस सीजन के आखिरी टूर्नामेंट में खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेंगे. उन्होंने अब तक पांच रैपिड और आठ ब्लिट्ज खिताब जीते हैं.
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