वर्ल्ड चैंपियन डी गुकेश ने नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट के छठे दौर में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को हराकर उनसे पहली बाजी में मिली हार का बदला चुकता कर दिया.भारतीय खिलाड़ी की यह नार्वे के दिग्गज खिलाड़ी कार्लसन के खिलाफ क्लासिकल शतरंज में करियर की पहली जीत है. सफेद मोहरों से खेलते हुए गुकेश ने गेम पर अपनी पकड़ बनाकर रखी और आखिरी राउंड में कार्लसन की गलती का फायदा उठाते हुए गुकेश ने शानदार जीत हासिल कर ली. इस जीत के बाद वह अपनी जगह से उठ गए. वह इस दौरान काफी इमोशनल नजर आए.
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गुकेश के हाथों क्लासिकल शतरंज में पहली बार मिली हार को कार्लसन बर्दाश्त नहीं कर पाए और उन्होंने अपना आपा खो दिया. हार के बाद गुस्से में कार्लसन ने बोर्ड पर मुक्का मार दिया, जिसे मोहरे बिखर गई. हालांकि बाद में दिग्गज शतरंज खिलाड़ी ने गुकेश से माफी मांगी और उनकी पीठ थपथपाकर मीडिया से बात किए बगैर सीधे चले गए.
तीसरे स्थान पर पहुंचे गुकेश
रविवार की इस जीत से 19 साल के गुकेश 8.5 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं.वह अब संयुक्त रूप से टॉप पर काबिज कार्लसन और अमेरिकी ग्रैंडमास्टर फैबियानो कारूआना से केवल एक अंक पीछे हैं. प्रतियोगिता में भाग ले रहे भारत के एक अन्य खिलाड़ी अर्जुन एरिगैसी चीन के वेई यी के खिलाफ आर्मागेडन टाई-ब्रेक में जीत के बाद 7.5 अंकों के साथ हिकारू नाकामुरा के साथ संयुक्त चौथे स्थान पर हैं.इस टूर्नामेंट में लगभग सभी छह खिलाड़ियों के पास खिताब जीतने का मौका है. महिला वर्ग में आर वैशाली ने आर्मागेडन टाई-ब्रेक में कोनेरू हम्पी को हराया.
'मुझे हराने वाला कोई नहीं'
गुकेश ने कार्लसन को आखिरकार हरा दिया. कभी कार्लसन ने कहा था कि उन्हें हराने वाला कोई हीं है. गुकेश के वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद र्कालसन ने कहा था कि वह वर्ल्ड चैंपियनशिप में नहीं खेलेते. वहां उन्हें हराने वाला कोई नहीं है. जिसके जवाब में भारतीय ग्रैंडमास्टर ने कहा था कि मौका मिलने पर वह उनके सामने बिसात पर खुद को परख लेंगे.
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