साल 2023 के तीसरे ग्रैंडस्लैम विंबलडन (Wimbledon 2023) के लिए जहां सभी घास के टेनिस कोर्ट तैयार किए जा चुके हैं. वहीं सर्बिया के स्टार टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच (Novak Djokovic) इस साल के पहले दो ग्रैंडस्लैम (ऑस्ट्रेलियन ओपन, फ्रेंच ओपन) जीतने के बाद घास पर घमासान मचाकर हैट्रिक जमाना चाहेंगे. विंबलडन 2023 इस बार जोकोविच के लिए काफी ख़ास माना जा रहा है. क्योंकि अगर वह खिताब पर कब्जा जमाते हैं तो ग्रास किंग कहे जाने वाले रोजर फेडरर के एक बड़े रिकॉर्ड की बराबरी कर सकते हैं. जबकि उन्हें कई युवा खिलाड़ी खिताबी राह में टक्कर दे सकते हैं.
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जोकोविच के पास सुनहरा मौका
विंबलडन के मैदान पर जोकोविच ने पहला खिताब साल 2011 में जीता था. इसके बाद से घास के कोर्ट पर जहां एक तरफ रोजर फेडरर का दबदबा कम होता चला गया. वहीं जोकोविच ने अपनी बादशाहत को बढ़ाना शुरू कर डाला. यही कारण है कि साल 2011 के बाद से लेकर अभी तक 12 सालों में जोकोविच ने सात बार इस ग्रैंडस्लैम का खिताब अपने नाम किया है. अब जोकोविच एक बार और अगर विंबलडन का खिताब जीत लेते हैं तो फेडरर के रिकॉर्ड 8 विंबलडन टाइटल की बराबरी कर डालेंगे. टेनिस के ओपन युग में सबसे अधिक विंबलडन के खिताब फेडरर के नाम ही हैं.
विंबलडन में जोकोविच का रिकॉर्ड
घास के कोर्ट पर सात खिताब जीतने के अलावा जोकोविच अभी तक कुल 23 सबसे अधिक पुरुष ग्रैंडस्लैम के खिताब अपने नाम कर चुके हैं. फेडरर के नाम जहां 20 खिताब हैं तो नडाल के नाम 22 ग्रैंडस्लैम दर्ज हैं. इसके अलावा जोकोविच के नाम विंबलडन में लगातार 28 जीत दर्ज हैं. जबकि साल 2016 से इस टूर्नामेंट के एक पूरे मैच में उन्हें हार नहीं मिली है. जिससे उनके नाम विंबलडन में कुल 86 जीत दर्ज हैं. जो कि टेनिस के टॉप-20 खिलाड़ियों में सबसे अधिक हैं. इतना ही नहीं विंबलडन के सेंटर कोर्ट में जोकोविच साल 2013 से एक भी मैच नहीं हारे हैं. जहां पर खिताबी मुकाबला खेला जाता है.
जोकोविच को कौन-कौन दे सकता है चुनौती
विंबलडन 2023 में जोकोविच को चुनौती देने के लिए जहां रोजर फेडरर नहीं है. वहीं चोटिल चलने वाले स्पेन के दमदार खिलाड़ी राफेल नडाल भी इस टूर्नामेंट में नहीं खेल रहे हैं. ऐसे में स्पेन के अन्य नंबर वन खिलाड़ी कार्लोस एल्कराज जहां डिफेंडिंग चैंपियन जोकोविच को कड़ी टक्कर देते नजर आएंगे. इसके अलावा जैक सिनर, टेलर फ्रिट्ज़ और होल्गर रुने जैसे खिलाड़ी भी जोकोविच को मात देने का दमखम रखते हैं.
वैक्सीन विवाद से क्यों चर्चा में रहे जोकोविच
साल 2023 के पहले दो ग्रैंडस्लैम ऑस्ट्रेलियाई ओपन और उसके बाद फ्रेंच ओपन अपने नाम करने वाले जोकोविच पिछले साल कोरोन की वैक्सीन नहीं लगवाने को लेकर काफी चर्चा में थे. ऑस्ट्रेलियन ओपन साल 2022 की शुरुआत से पहले जोकोविच और ऑस्ट्रेलियाई सरकार के बीच तब मामला तूल पकड़ गया था. जब जोकोविच ने ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद कोरोना की वैक्सीन लेने से मना कर दिया था. जिसके चलते वह पिछले साल ऑस्ट्रेलियन ओपन में भाग नहीं ले सके थे. वैक्सीन नहीं लेने पर जोकोविच का मानना था कि वह कोई विशेषज्ञ नहीं हैं और बंद दिमाग़ भी नहीं हैं लेकिन चाहते थे कि उनके शरीर के लिए क्या अच्छा है इसका फ़ैसला करने का विकल्प उनके ही पास रहे.
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