महिला IPL पर बड़ी अपडेट, इस दिन होगा पांच फ्रेंचाइजी वाली टीमों के नाम का ऐलान
25 जनवरी को महिला आईपीएल में खेलने वाली पांच फ्रेंचाइजी की टीमों के नाम का ऐलान किया जा सकता है. इसके लिए बीसीसीआई में तेजी से काम जारी है.
Fri - 13 Jan 2023

भारत में पुरषों के आईपीएल का जहां साल 2023 में 16वां सीजन खेला जाएगा. वहीं महिला आईपीएल ने भी अब अपने कदम जमा दिए हैं. भारत में पहली बार महिला आईपीएल इस साल 2023 में 5 से 23 मार्च के बीच आयोजित कराया जा सकता है. जबकि अब इससे जुड़ी एक और बड़ी अपडेट सामने आ गई है. इएसपीएनक्रिकइंफो के अनुसार 25 जनवरी को महिला आईपीएल में खेलने वाली पांच फ्रेंचाइजी की टीमों के नाम का ऐलान किया जा सकता है. इसके लिए बीसीसीआई में तेजी से काम जारी है.
पिछले सप्ताह खोले थे टेंडर
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह ही बीसीसीआई ने महिला आईपीएल टीम खरीदने के लिए फ्रेंचाइजी को टेंडर आमंत्रित किए थे. इसमें ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो से जानकारी निकलकर सामने आई है कि इनकी बोली 25 जनवरी को होगी और सिंगल बोली लगाने वाली फ्रेंचाइजी एक से अधिक शहरों को चुनकर भी भाग ले सकती है. हालांकि बीसीसीआई ने अपने डाक्यूमेंट में बताया है कि वह सबसे अधिक रकम के साथ बोली लगाने वाली फ्रेंचाइजी को स्वीकार करने के लिए किसी भी प्रकार से बाध्य नहीं रहेगी.
10 शहरों को स्टेडियम के आधार पर किया शामिल
बता दें कि बीसीसीआई ने अपने टेंडर में 10 शहरो को शॉर्टलिस्ट किया है. जिसमें अहमदाबाद, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, दिल्ली, धर्मशाला, गुवाहाटी, इंदौर, लखनऊ और मुंबई को शामिल किया गया है. इतना ही नहीं इन शहरों के प्रमुख मैदानों को भी शहरों के साथ लिस्ट में उनकी दर्शक क्षमता के आधार पर रखा गया है. हालांकि मुंबई में स्थित तीन मैदानों (ब्रेबोर्न, वानखेड़े, डीवाई पाटिल) में किसी एक का ही इस्तेमाल उसकी उपलब्धता और स्थिति को देखकर किया जाएगा.
कोई भी बेस प्राइस नहीं होगा
इसके अलावा बीसीसीआई ने बोली लगाने वाली फ्रेंचाइजी के लिए कोई बेस प्राइस नहीं रखा है. जबकि 10 सीजन तक के लिए कीमत लगाने को कहा है. वहीं बोली लगाने वाली फ्रेंचाइजी एक से अधिक शहर के लिए बोली तो लगा सकती है लेकिन बोर्ड उसे सिर्फ एक ही फ्रेंचाइजी देगा.
कैसा रहगा फॉर्मेट
महिला आईपीएल के पहले तीन सीजन यानि साल 2023 से लेकर 2025 तक की बात करें तो लीग स्टेज में हर एक टीम विरोधी टीम से दो-दो मैच खेलेगी. जिसके चलते कुल 20 से 22 मुकाबले होंगे. इसके बाद लीग पर टॉप में रहने वाली टीम सीधे फाइनल जबकि दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम फाइनल में जाने के लिए एलिमिनेटर मैच खेलेंगी. इसके अलावा बीसीसीआई केंद्रीय राजस्व का 80 प्रतिशत भाग फ्रेंचाइजी को पहले पांच साल तक उसके बाद अगले पांच साल तक 60 प्रतिशत और फिर 50 प्रतिशत हिस्सा भुगतान के रूप में देगा.