रोहित शर्मा की अगुआई वाली भारतीय टीम बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज के साथ अपने घरेलू सीजन का आगाज करेगी. बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए भारतीय स्क्वॉड का ऐलान बीते दिनों बीसीसीआई ने कर दिया था. स्क्वॉड पर उन प्लेयर्स की भी नजर थी, जो दलीप ट्रॉफी का हिस्सा हैं. जिनमें से एक अभिमन्यु ईश्वरन हैं, जो अभी तक भारतीय टेस्ट टीम के बुलावे का इंतजार कर रहे हैं.
पहले टेस्ट के लिए नजरअंदाज किए जाने के बाद अभिमन्यु का बल्ला दलीप ट्रॉफी के दूसरे राउंड के मैच में गरजा और उन्होंने इसी के साथ इतिहास भी रच दिया. इंडिया बी के कप्तान अभिमन्यु ने इंडिया सी के खिलाफ शतक ठोक दिया. उन्होंने 157 रन की नॉटआउट पारी. ये उनके फर्स्ट क्लास करियर की 24वीं सेंचुरी है. इंडिया सी के पहली पारी में 525 रन बनाने के बाद अभिमन्यु ने मोर्चा संभाला. सरफराज खान, मुशीर खान और रिंकू सिंह के फेल होने के बाद भी वो आखिर तक क्रीज पर खड़े रहे और टीम को 332 रन तक पहुंचाया.
गंभीर के क्लब में एंट्री
अभिमन्यु दलीप ट्रॉफी के इतिहास में एक पारी में टीम के ऑलआउट होने पर भी नाबाद रहने वाले 8वें सलामी बल्लेबाज बन गए हैं. वो आकाश चोपड़ा, वसीम जाफर, गौतम गंभीर के क्लब में शामिल हो गए हैं.गंभीर ने करीब 21 साल पहले यानी 2003-04 में नॉर्थ जोन की तरफ से खेलते हुए वेस्ट जोन के खिलाफ 191 गेंदों पर नाबाद 111 रन बनाए थे. अभिमन्यु 21 सालों में इस उपलब्धि को हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी हैं और उन्होंने टूर्नामेंट के 63 साल के इतिहास में दूसरी सबसे बड़ी पारी खेली है.
129 रन की पार्टरनशिप
अभिमन्यु ने नारायण जगदीशन के साथ मिलकर 129 रन की पार्टनरशिप की. जगदीशन ने 70 रन बनाए थे. इनके अलावा इंडिया बी का कोई बल्लेबाज 21 रन से ज्यादा नहीं बना पाया. मुशीर खान एक रन, सरफराज खान 16 रन और रिंकू सिंह ने छह रन बनाए थे. इंडिया सी के अंशुल कंबोज ने 69 रन पर 8 विकेट लेकर तहलका मचा दिया था. इसके अलावा उन्होंने 38 रन भी बनाए. वो प्लेयर ऑफ द मैच रहे.
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