ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) ने 10 नवंबर को क्रिकेट जगत में अपनी ऐतिहासिक और संघर्षों से भरी पारी के चलते भूचाल ला दिया. अफगानिस्तान के सामने वर्ल्ड कप 2023 (World Cup 2023) के मैच में 292 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए मुंबई के वानखेड़े मैदान में ऑस्ट्रेलिया के एक समय 91 रन पर सात विकेट गिर चुके थे. इसके बाद मैक्सवेल ने अकेले दमपर 128 गेंदों पर 21 चौके और 10 छक्के से 201 रनों की ऐतिहासिक पारी खेलकर टीम को जीत दिला डाली. इस दौरान मैक्सवेल के पैर में एंठन हो गई थी. जिसके चलते उनका विकेट पर रन लेना दूभर हो चुका था. इसके बावजूद उन्हने रनर क्यों नहीं मिला. इसके बारे में अब सभी फैंस जानना चाहते हैं.
मैक्सवेल की पारी से जीता ऑस्ट्रेलिया
दरअसल, मैक्सवेल को बैटिंग के दौरान पैर में क्रैप्म्स आ गए थे. जिसके चलते उन्हें ना सिर्फ बैटिंग करने में बल्कि चलने में भी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा था. एक समय तो ऐसा लग रहा था कि बीच मैच में मैक्सवेल रिटायर्ड हर्ट हो जाएंगे. मगर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ और तमाम तकलीफों को झेलते हुए टीम को जीत दिलाकर ही वह मैदान से बाहर आए. मैक्सवेल की जुझारी पारी से चारों तरफ क्रिकेट जगत में उनके जज्बे को लेकर चर्चाओं का दौरा जारी है. उनकी पारी से ना सिर्फ ऑस्ट्रेलिया ने जीत हासिल की बल्कि वर्ल्ड कप सेमीफाइनल के लिए भी क्वालीफाई कर डाला. मैक्सवेल का साथ ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने भी निभाया और वह 68 गेंदों में सिर्फ 12 रन बनाकर नाबाद लौटे. इस दौरान उन्होंने विकेट बचाए रखा. जिससे ऑस्ट्रेलिया ने 46.5 ओवरों में सात विकेट पर 293 रन बनाकर मैच को अपने नाम कर डाला.
क्या होता है 'रनर' और कबसे इसका इस्तेमाल हुआ बंद ?
अब बात करें कि मैक्सवेल जब अपने पैर से बल्लेबाजी के दौरान जूझ रहे थे. तब उन्हें मदद के लिए रनर क्यों नहीं मिला. इसका कारण ये है कि आईसीसी ने साल 2011 वर्ल्ड कप से ही चोटिल बल्लेबाजों के लिए रनर लेने का फैसला समाप्त कर दिया था. इसके पीछे की वजह रनर के आने से क्रिकेट मैच के बीच होने वाली समय की बर्बादी को माना गया. 'रनर' का इस्तेमाल तभी किया जाता है. जब बल्लेबाजी के दौरान बैटर चोटिल हो जाता है और उसे दौड़ने में तकलीफ होती है. तभी रनर का इस्तेमाल किया जा था. इसके अंतर्गत एक खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम से किट पहनकर बैटिंग करने वाले बैटर से काफी दूर खड़ा होता है. जो कि चोटिल बल्लेबाज की जगह पिच के बीच में दौड़ने का काम करता है.
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