भारतीय क्रिकेटर हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) का मामला बढ़ता ही जा रहा है. विहारी ने आंध्र प्रदेश का रणजी ट्रॉफी में सफर खत्म होने के बाद इस राज्य के लिए फिर कभी क्रिकेट ना खेलने का ऐलान करके सनसनी मचा दी थी. विहारी का कहना है कि उन्होंने आंध्र प्रदेश की तरफ से खेलते हुए अपमानित महसूस किया. उन्होंने ये भी खुलासा किया कि 17वें खिलाड़ी पर चिल्लाने के बाद उन्हें कप्तानी से हटाया गया. जो एक राजनेता का बेटा है. विहारी के सपोर्ट में कई खिलाड़ी उतरे और आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन को एक लेटर भेजा, जिसमें विहारी के ऊपर लगाए आरोपों को गलत बताया गया. उस पेपर पर सभी प्लेयर्स के साइन भी किए.
बवाल बढ़ने के बाद 17वां खिलाड़ी सामने आया, जिसका नाम कुंत्रपकम नरसिम्हा पृध्वीराज है. अब कुंत्रपकम नरसिम्हा के पिता नरसिम्हा ने विहारी पर बड़ा आरोप लगाया. नरसिम्हा का आरोप है कि कप्तानी जाने के बाद विहारी ने गुमराह करके प्लेयर्स से पेपर साइन करवाए थे. इंडिया टुडे के खास बातचीत में नरसिम्हा ने कहा कि उन पर और उनके बेटे पर लगाए सभी आरोप गलत है. अगर उनके पास इतनी पावर होती तो विहारी के हटने के बाद वो अपने बेटे को कप्तान नहीं बना देते. उनके बेटे को मैच खेलना तक का मौका नहीं मिला. उन्होंने कहा कि विहारी ने गलत व्यवहार किया, क्योंकि उन्हें लगा कि एसोसिएशन के मेंबर्स उनसे सवाल कर सकते हैं तो उन्होंने उनके बेटे को निशाना बना लिया.
पेपर पर बाकी प्लेयर्स के साइन पर नरसिम्हा का बयान
विहारी के सपोर्ट में बाकी प्लेयर्स के साइन किए लेटर पर उन्होंने कहा कि वो पूरी तरह से झूठ है. जब विहारी को कप्तानी से हटाया गया था तो उन्होंने बाकी प्लेयर्स को बुलाया और उन्हें एक पेपर साइन करने के लिए कहा. विहारी ने पेपर के कॉन्टेंट बताए बिना साइन करवाया था. नरसिम्हा ने कहा-
आप किसी भी प्लेयर से पूछ सकते हैं और वो आपको एक ही बात कहेंगे. अब प्लेयर्स से पूछो कि उनसे पेपर कब साइन करवाए गए. बीते दिन या हाल में कोई पेपर साइन नहीं किया गया.
विहारी पर टॉर्चर करने का आरोप
नरसिम्हा ने जब पूछा गया कि क्या वो लेटर को झूठा बता रहे हैं. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि लेटर की तारीख गलत है. उनका कहना है कि बंगाल के खिलाफ मैच वाले दिन विहारी और उनके बेटे का विवाद हो गया. विहारी ने उनके बेटे के खिलाफ गलत शब्दों का इस्तेमाल किया. उन्होंने विहारी के खिलाफ एसोसिएशन में शिकायत दर्ज कराई. पांच और शिकायत भी विहारी के खिलाफ दर्ज की गई थी. नरसिम्हा का कहना है कि उनका बेटा रिकॉर्ड होल्डर विकेटकीपर है. विहारी पिछले ढाई महीने से उनके बेटे को मानसिक और इमोशनली टॉर्चर कर रहे थे. उसे मैच तक खेलने नहीं दिया.
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