सूर्यकुमार यादव-हार्दिक पंड्या को लेकर तीखी बहस, दो दिन चली मीटिंग में गहमागहमी, कई खिलाड़ियों को किए गए फोन, सामने आई अंदर की बात
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कप्तानी की रेस में सूर्यकुमार यादव के साथ हार्दिक पंड्या भी थे
सेलेक्शन मीटिंग दो दिन चली
टी20 वर्ल्ड चैंपियन भारतीय टीम एक नए लीडरशिप ग्रुप हेड कोच गौतम गंभीर, कप्तान सूर्यकुमार यादव और उपकप्तान शुभमन गिल के साथ श्रीलंका दौरे पर जाएगी. टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद रोहित शर्मा, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा के रिटायरमेंट के बाद भारतीय टी20 टीम में बदलाव हुआ. 27 जुलाई से सात अगस्त के बीच टीम श्रीलंका के खिलाफ तीन टी20 और तीन वनडे मैचों की सीरीज खेलेगी. वनडे टीम की कप्तानी रोहित शर्मा करेंगे तो 24 साल के शुभमन गिल को उपकप्तान बनाया गया है. इस दौरे के लिए सेलेक्शन प्रक्रिया में सबसे बड़ी बात हार्दिक पंड्या का डिमोशन है, जो टी20 वर्ल्ड कप विनिंग टीम के उपकप्तान थे.
श्रीलंका दौरे के लिए टीम चुनने के लिए सेलेक्शन कमिटी की काफी लंबी मीटिंग हुई थी, जिसमें सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पंड्या के बीच कप्तानी की रेस को लेकर गहमागहमी तक हो गई. इंडियंस एक्सप्रेस के अनुसार करीब दो दिन में कई घंटों तक सेलेक्शन मीटिंग चली. जिसमें तीखी बहस तक हुई. मीटिंग के दौरान कई खिलाड़ियों को फोन किए गए और उनके साथ लॉन्ग टर्म योजना शेयर किए गए. जिसके बाद भारतीय क्रिकेट के भविष्य को देखते हुए हार्दिक पंड्या से ऊपर सूर्या को और केएल राहुल से ऊपर गिल को तवज्जो दी गई.
चोट ने बढ़ाई मुश्किल
सूर्यकुमार यादव की कप्तानी ने हर किसी को हैरान कर दिया. पंड्या ने टी20 वर्ल्ड कप 2022 के बाद भारतीय टीम की अगुआई की थी और 2024 टी20 वर्ल्ड कप में भी इसकी उम्मीद की जा रही थी, मगर वनडे वर्ल्ड कप के दौरान वो चोटिल हो गए. जिसके बाद उन्होंने इसी साल मार्च में आईपीएल से वापसी की, लेकिन तब तक अजीत अगरकर की अगुआई वाली सेलेक्शन कमिटी ने रोहित शर्मा को एक और आईसीसी टूर्नामेंट के लिए बनाए रखने का मन बना लिया था. पंड्या टीम इंडिया की ऐतिहासिक जीत का हिस्सा रहे और बैट और बॉल दोनों से योगदान दिया.
सूर्या के पक्ष में फीडबैक
इस मामले पर जानकारी रखने वालों का कहना है कि पंड्या की फिटनेस सेलेक्शन कमिटी की चिंता थी और उन्हें लगा कि सूर्या 33 की उम्र के बावजूद उनसे बेहतर विकल्प हैं. पंड्या ने भी पहले सेलेक्टर्स को जानकारी दी थी कि वो श्रीलंका के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज के लिए वो अनुपलब्ध रहेंगे , जिस वजह से उनके दिमाग में और भी शक आ गया. रिपोर्ट के अनुसार बोर्ड की तरफ से ऐसा फीडबैक भी मिला था कि खिलाड़ी पंड्या की तुलना में सूर्या पर ज्यादा भरोसा करते हैं और उनके नेतृत्व में काम करके ज्यादा सहज हैं.
पंड्या के सपोर्ट में एक पक्ष
हालांकि मीटिंग में एक पक्ष ऐसा भी था, जिनका मानना था कि टी20 टीम के मौजूदा उप-कप्तान को नया कप्तान ना बनाना उनके साथ अन्याय होगा. खासकर तब जब उन्होंने वर्ल्ड कप के दौरान काफी अच्छा प्रदर्शन किया. कुछ लोगों का कहना है कि पंड्या को उप-कप्तान बनाने का फैसला रोहित का था, हालांकि चयन समिति उतनी उत्सुक नहीं थी. पैनल के एक सदस्य को लगता है कि बीसीसीआई और चयन समिति जानती है कि पंड्या भारतीय टीम के एक अहम सदस्य हैं, मगर उन्हें नेतृत्व की भूमिका में नहीं देखते हैं. इसके पीछे ये तर्क यह दिया गया कि नए अध्यक्ष के नेतृत्व में चयन समिति को अगले दो सालों के लिए टीम तैयार करने का मौका नहीं मिला और अब अगले टी20 सायकिल के लिए रोडमैप तैयार करने का सही समय है,.
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