IND vs ENG: टीम इंडिया के टेस्ट स्पेशलिस्ट बल्लेबाज हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) ने आखिरी बार टीम इंडिया के लिए जुलाई 2022 में खेला था. 16 साल के टेस्ट करियर में इस बल्लेबाज ने टीम इंडिया के लिए कई अहम योगदान दिए हैं. लेकिन आंध्र के बैटर को अब तक सेलेक्टर्स से समर्थन नहीं मिला. 30 साल के बल्लेबाज का अब दर्द छलका है और इस बल्लेबाज ने बड़ा बयान दिया है. हनुमा विहारी ने कहा कि वो टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं बन पा रहे हैं. ऐसे में वो काफी उदास हैं. लेकिन वो मेहनत करना नहीं छोड़ेंगे और टीम इंडिया में वापसी जरूर करेंगे.
विहारी को नहीं मिल रहा है मौका
हनुमा विहारी रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बल्लेबाज ने 7 पारी में 365 रन ठोके हैं. इस बल्लेबाज ने सीजन की शुरुआत बंगाल के खिलाफ अर्धशतक से की. इसके बाद उन्होंने छत्तीसगढ़ के खिलाफ भी शतक बनाया. हनुमा विहारी नेशनल टीम में आने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं. वो 5 अलग अलग पोजिशन पर बल्लेबाजी कर चुके हैं. 9 मैचों में वो नंबर 6, 3, 5 और 7 नंबर पर खेल चुके हैं.
ईएसपीएनक्रिकइंफो के साथ खास बातचीत में विहारी ने कहा कि मैं टेस्ट टीम में नहीं हूं और मुझे काफी बुरा लग रहा है. हालांकि हर किसी जिंदगी में उतार- चढ़ाव आते हैं. मेरा काम रणजी में रन बनाना है. सीजन अच्छा चल रहा है. टीम के लिए और मेरे लिए भी. ऐसे में मैं ढेर सारे रन बनाना चाहता हूं और वापसी करना चाहता हूं.
द्रविड़ से भी हो चुकी है बात
हनुमा विहारी ने आगे कहा कि उनकी टीम मैनेजमेंट से बात नहीं हुई है. हालांकि राहुल द्रविड़ से वो बात कर चुके हैं. विहारी ने बताया कि आखिरी टेस्ट के बाद द्रविड़ ने उन्हें और ज्यादा सुधार करने के लिए कहा. लेकिन इसके अलावा मैं और किसी के साथ भी संपर्क में नहीं हूं. मैं अपने करियर के उस पड़ाव पर हूं जहां मुझे किसी से उम्मीद नहीं है. मैं हर बार जब भी बल्लेबाजी के लिए आता हूं अच्छा करने का सोचता हूं.
बता दें कि विहारी ने पहला टेस्ट शतक साल 2019 में भारतीय टीम के लिए खेलते हुए वेस्टइंडीज के खिलाफ लगाया था. ये शतक उन्होंने दूसरे टेस्ट में लगाया था. लेकिन पहले टेस्ट में वो शतक से चूक गए थे. विहारी ने 200 गेंदों पर 111 रन की पारी खेली थी जिसमें उन्होंने 16 चौके लगाए थे. इसके बाद 2020-21 बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में इस बल्लेबाज ने हैमस्ट्रिंग चोट के बावजूद 161 गेंदों पर 23 रन बनाए थे. ये विहारी की सबसे धीमी पारी थी. बता दें कि विहारी के लिए अब टीम इंडिया में आना और मुश्किल होता जा रहा है क्योंकि लगातार नए खिलाड़ियों की एंट्री हो रही है.
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