कोलकाता नाइट राइडर्स के पूर्व कप्तान गौतम गंभीर ने कहा कि साल 2011 में जब उन्होंने फ्रेंचाइजी की कप्तानी संभाली तब लोगों ने उन्हें कहा था कि उन्हें नफलत मिलेगी क्योंकि वो सौरव गांगुली को रिप्लेस कर रहे हैं. गौतम गंभीर ने बताया उस दौरान वो उस शख्स से कप्तानी ले रहे थे जो कोलकाता का प्रिंस था. अश्विन के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान गौतम गंभीर ने ये सारी बातें कहीं.
गंभीर ने कोलकाता के फैंस की जमकर तारीफ की और कहा कि मुझे सभी ने घर जैसा महसूस करवाया है. और ऐसा अभी से नहीं हुआ है बल्कि पहले सीजन से ही मैंने इस तरह महसूस किया है. गांगुली के पास कोलकाता की कमान पहले तीन सालों के लिए थी. इसके बाद वो पुणे वॉरियर्स इंडिया में शामिल हो गए. और दिल्ली डेयरडेविल्स से गंभीर ने कोलकाता नाइट राइडर्स का दामन थाम लिया. दिल्ली का होने के नाते गंभीर ने सालों तक राज्य की टीम के लिए खेला था.
गांगुली को रिप्लेस करने पर लोगों ने काफी कुछ कहा था: गंभीर
इसके बाद गंभीर तीन साल तक दिल्ली डेयरडेविल्स का हिस्सा रहे और फिर कोलकाता में जब उनकी एंट्री हुई तो सभी ने जमकर उनका स्वागत किया. गंभीर ने अश्विन के साथ खास बातचीत में कहा कि साल 2011 में जब मुझे पहली बार चुना गया तब कई लोगों ने मैसेज किया कि आपको वहां नफरत मिलेगी क्योंकि आपने गांगुली को हटाया है. लेकिन पहले ही मैच में मुझे उतना प्यार मिला कि मैंने सोचा नहीं था.
गंभीर ने आगे कहा कि मैं पुणे वॉरियर्स के साथ एक मैच खेल रहा था. ऐसे में पूरा स्टेडियम ब्लू और पर्पल हो चुका था. उस दौरान सौरव गांगुली पुणे के लिए खेल रहे थे और टेलीग्राफ में मैच डे के दिन काफी बड़ा आर्टिकल छपा था. मुझे आज भी याद है फ्रंट पेज की हेडलाइन थी कि, बंगाल आज दूसरी बार अलग हुआ है. गंभीर ने बताया कि मुझे आज भी याद है जब मैं होटल रूम से बाहर निकल रहा था तो एक दरवाजे पर एक शख्स खड़ा था. उसने कहा कि, जब आप मैदान पर टॉस के लिए जाओगे तो एक बाद याद रखना कि पूरा बंगाल आपके लिए चीयर करेगा. क्योंकि आप कोलकाता के साथ जुड़ चुके हो. गंभीर ने अंत में कहा कि उन्हें कोलकाता में वापसी कर काफी अच्छा लग रहा है.
ये भी पढ़ें :-