भारत के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीतकर ऑस्ट्रेलियाई टीम इंग्लैंड में इन दिनों एशेज सीरीज खेलने में व्यस्त हैं. एशेज के पहले टेस्ट मैच के पहले दिन हालांकि इंग्लैंड ने अपने बैजबॉल अंदाज का उन्हें स्वाद चखाया. इंग्लैंड के लिए जहां बाकी बल्लेबाजों ने तेज तर्रार अंदाज में छोटी-छोटी इम्पैक्टफुल पारियां खेली. वहीं टेस्ट क्रिकेट की किताब वाले शॉट्स लगाते हुए जो रूट ने एक छोर संभाले रखा और दमदार शतक जमाया. रूट ने टेस्ट करियर का 30वां जबकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथा शतक जमाया. हालांकि इंग्लैंड के कप्तान स्टोक्स ने दिन की समाप्ति से ठीक पहले 78 ओवर में 8 विकेट पर 393 रन के स्कोर पर इंग्लैंड की पहली पारी घोषित कर डाली. जबकि इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने दिन की समाप्ति तक कोई विकेट नहीं गंवाया और 4 ओवर के खेल में 14 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया के लिए डेविड वॉर्नर 8 रन तो उस्मान ख्वाजा 4 रन बनाकर नाबाद रहे. इंग्लैंड की टीम पहली पारी के आधार पर अब 379 रन आगे है.
पहला सेशन धीमा खेला इंग्लैंड
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. लेकिन पहले सेशन में इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने बैजबॉल रणनीति को पूरी तरह लागू करने की जगह सावधानी से बल्लेबाजी करने पर ध्यान दिया और लंच तक तीन विकेट पर 124 रन बना डाले थे. इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने पहले सेशन में ज्यादा आक्रामक रूख अख्तियार नहीं किया और12 चौके लगाने के साथ दौड़ कर रन चुराने पर जोर दिया. हालांकि इसके बाद इंग्लिश बल्लेबाजों ने मैदान पर अपने बैजबॉल प्लान को लागू किया और ताबड़तोड़ अंदाज से रन बटोरने शुरू किए.
दूसरे सेशन से पकड़ी रफ़्तार
पहले सेशन में इंग्लैंड के लिए सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉली ही सफल रहे और उन्होंने 56 गेंदों पर छह चौके से 50 रन पूरे किए जबकि 73 गेंदों पर सात चौके से 61 रन बनाए. लंच के बाद जो रूट ने जहां एक छोर संभाले रखा वहीं दूसरे छोर पर बाकी बल्लेबाज तेज खेलने के चक्कर में विकेट गंवाते चले गए. जिससे एक समय इंग्लैंड के 176 रन पर 5 विकेट गिर चुके थे. मगर इसके बाद जॉनी बेयरेस्टो ने रूट के साथ बल्लेबाजी को संभाला और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को खदेड़ कर रख डाला.
रूट और बेयरेस्टो की पारी से इंग्लैंड की वापसी
बेयरेस्टो जहां तेज खेल रहे थे. वहीं रूट एजबेस्टन के मैदान पर अपना पैर जमा चुके थे. बेयरेस्टो ने टेस्ट क्रिकेट में वनडे जैसी पारी खेलते हुए 58 गेंदों में 6 चौके से 50 रन पूरे किए. जबकि इसके बाद भी तेज स्ट्राइक रेट के साथ 78 गेंदों पर 12 चौके से 78 रन बनाकर चलते बने. इस तरह रूट और बेयरेस्टो के बीच 6वें विकेट के लिए 121 रनों की साझेदारी हुई. यहीं से इंग्लैंड ने पहले दिन मैच में वापसी की. हालांकि बेयरेस्टो के जाने के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वापसी करने वाले मोईन अली कुछ ख़ास नहीं कर सके और 17 गेंदों पर दो चौके और एक छक्के से 18 रन बनाकर चलते बने.
रूट ने जड़ा शतक
रूट ने 145 गेंदों पर सात चौके और दो छक्के से 100 रन के साथ टेस्ट करियर का 30वां शतक जड़ा. जबकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका ये चौथा शतक बना. इंग्लैंड के लिए ओली रोबिनसन और जो रूट खेल रहे थे. तभी 8 विकेट पर 393 रन के स्कोर पर इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने पहली पारी घोषित करके सभी को चौंका दिया. इंग्लैंड के लिए रूट जहां 152 गेंदों पर सात चौके और चार छक्के से 118 रन बनाकर नाबाद रहे. वहीं 31 गेंदों पर दो चौके से 17 रन बनाकर ओली भी नाबाद लौटे. ऑस्ट्रेलिया के लिए पहली पारी में सबसे अधिक चार विकेट नाथन लायन ने लिए.
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