लॉर्ड्स टेस्ट मैच में उस वक्त बड़ा विवाद खड़ा हो गया, जब इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो (Jonny Bairstow Out) को आउट दिया गया. बेयरस्टो ने एक गेंद खेली और क्रीज से बाहर निकले ही थे कि ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने चतुराई से उन्हें रन आउट कर पवेलियन भेज दिया गया. इस घटना को ही जहां कई क्रिकेट दिग्गज और पंडित खेल भावना के विपरीत बता रहे हैं. वहीं कई इसका समर्थन भी कर रहे हैं. जिस पर अब जानते हैं कि क्रिकेट की रूल बुक एमसीसी का नियम क्या कहता है. जिसके चलते बेयरस्टो को आउट दिया गया.
एशेज सीरीज के दूसरे लॉर्ड्स टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 371 रनों का लक्ष्य दिया था. पारी के 52वें ओवर में कैमरन ग्रीन की एक शार्ट पिच गेंद को बेयरस्टो ने जाने दिया. जिसे विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने आराम से कलेक्ट किया. वहीं बेयरेस्टो को लगा गेंद डेड हो गई है और वह क्रीज पर अपना पैर रगड़कर आगे निकल गए. इस पर कैरी ने विकेट के पीछे से उनके बाहर जाते ही स्टंप पर गेंद मारी दी. इस पर थर्ड अंपायर के पास फैसला गया और उन्होंने बेयरस्टो को आउट दे दिया. ये बात इंग्लैंड फैंस को हजम नहीं हुई और उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को ट्रोल करना शुरू कर डाला. हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को मैच में 43 रनों से हराकर 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 से बढ़त हासिल कर ली है.
बेयरस्टो के आउट होने पर क्या कहता है नियम?
एमसीसी क्रिकेट रूल बुक के 20.1.2 नियम के अनुसार मैच के दौरान गेंद को तब तक डेड नहीं माना जाता है. जब तक नॉन स्ट्राइक एंड पर खड़ा अंपायर यह नहीं कह देता है कि फील्डिंग साइड और दोनों बल्लेबाज जो विकेट पर मौजूद हैं. उन्होंने खेलना बंद कर दिया है. जिसका मतलब है कि जब तक फील्डिंग टीम और बैटिंग साइड प्ले में हैं. तब तक गेंद डेड नहीं मानी जाती है. माना लीजिए कि विकेटकीपर ने गेंद पकड़ी और उसे गेंदबाज को सौंपने के लिए गेंद फेंकी. इस दौरान अगर गेंदबाज बॉल को नहीं पकड़ पाता है तो बल्लेबाज रन भी ले लेते हैं. यही कारण है कि बेयरस्टो जब क्रीज से बाहर निकले तो उन्हें रन आउट दे दिया गया. क्योंकि गेंद डेड नहीं हुई थी और वह गेंद कीपर के पास जाते ही क्रीज से बाहर निकल गए थे.
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