MS Dhoni- Ben Foakes: इंग्लैंड के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज एलेक स्टीवर्ट ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि बेन फोक्स के हाथ भारत के पूर्व कप्तान एमएस धोनी (Ms Dhoni) से भी तेज हैं. इंग्लैंड 15 फरवरी को राजकोट में अपनी पांच मैचों की सीरीज के तीसरे टेस्ट में भारत से भिड़ने के लिए तैयार है. वाइजैग में 106 रन से हार के बाद इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में वापसी करना चाहेगा. फोक्स ने इस सीरीज में इंग्लैंड के लिए स्टंप के पीछे शानदार प्रदर्शन किया है और पहले दो टेस्ट मैचों में छह कैच और दो स्टंपिंग किए हैं.
धोनी से ज्यादा तेज हैं फोक्स
द टाइम्स से बात करते हुए स्टीवर्ट ने कहा कि धोनी के पास तेज हाथ थे लेकिन फोक्स के पास खेल में सबसे तेज हाथ हैं. धोनी ने अपने करियर का अंत टेस्ट में 256 कैच और 38 स्टंपिंग, वनडे में 321 कैच और 123 स्टंपिंग और टी20ई में 57 कैच और 34 स्टंपिंग के साथ किया. स्टीवर्ट ने आगे कहा कि फोक्स वो कर सकते हैं जो कई नहीं कर सकता. उनकी हाथ की स्पीड काफी तेज है और उनके पास काफी ज्यादा नैचुरल टैलेंट है.
स्टीवर्ट ने आगे कहा कि फोक्स खुद को मैचों के लिए तैयार करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं और इस बात पर जोर देते हैं जिससे वो अलग अलग चीजों पर काम कर सकें. फोक्स ने 22 टेस्ट मैचों में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व किया है, जिसमें उन्होंने 63 कैच पकड़े हैं, जबकि आठ स्टंपिंग में शामिल रहे हैं. स्टीवर्ट ने कहा कि वो काफी मेहनती हैं और जब मैं सर्रे क्रिकेट क्लब का डायरेक्टर था तब मैंने इस खिलाड़ी को बेहद करीब से देखा था. वो अपनी मेहनत में कोई कमी नहीं छोड़ते.
फोक्स मानसिक तौर पर काफी मजबूत हैं
स्टीवर्ट ने कहा कि विकेटकीपर शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत है, लोगों को उसकी बल्लेबाजी को कम नहीं आंकना चाहिए. फोक्स ने 22 टेस्ट मैचों में 30.72 की औसत से 1,014 रन बनाए हैं, जिसमें चार अर्द्धशतक और दो शतक शामिल हैं. “लोगों को उनकी बल्लेबाजी को कम नहीं आंकना चाहिए. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका औसत केवल 40 का है और जब वह इंग्लैंड के लिए खेले तो कुछ मैच जिताने वाली साझेदारियों में शामिल रहे. आपको न केवल शारीरिक रूप से फिट और मजबूत होने की जरूरत है, बल्कि मानसिक रूप से भी फिट और मजबूत होने की जरूरत है. सबसे बड़ी बात यह है कि अगर आप कोई मौका चूक जाते हैं तो आप कैसे वापसी करते हैं और इसमें फोक्स काफी मजबूत हैं.
बता दें कि इंग्लैंड की टीम पिछले 11 सालों से भारत में सीरीज जीत नहीं पाई है. आखिरी बार एलेस्टर कुक की कप्तानी में साल 2012-13 में टीम ने कमाल किया था.
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