पाकिस्तान के स्टार खिलाड़ी शान मसूद इस वक्त इंग्लैंड में यॉर्कशर की तरफ से विटैलिटी ब्लास्ट खेल रहे हैं. मसूद ने अपनी शानदार पारी के दम पर यॉर्कशर को लंकाशर पर सात रन से रोमांचक जीत दिलाई. उन्होंने 41 गेंदों में 61 रन ठोके. इस दौरान एक नियम के कारण वो एक ही गेंद पर दो बार आउट होने के बावजूद बच गए, वरना उन्हें पवेलियन लौटना पड़ता. एक गेंद पर दो बार बेल्स गिरने के बावजूद उन्हें आउट नहीं दिया गया. मैदान पर उस गेंद को लेकर गजब का ड्रामा हुआ, जिसके बाद कप्तान शान मसूद को नियम 31.7 के कारण नॉटआउट दिया गया.
वो एक गेंद पर दो बार आउट हुए, इसके बावजूद वो पवेलियन नहीं लौटे और बैटिंग करते रहे. बात 15वें की पहली गेंद की है. जैक ब्लैथरविक की गेंद पर शान मसूद हिट विकेट हो गए. बेल्स नीचे गिर गई. ये देखने के बाद वो क्रीज से बाहर निकले. जिस देखकर ऐसा लग रहा था कि वो सिंगल ले रहे हैं. दूसरे छोर पर जो रूट थे. वो तो आसानी से क्रीज में पहुंच गए, मगर देरी से क्रीज से बाहर निकले मसूद ने अभी आधा की रास्ता तय किया था कि नॉन स्ट्राइक एंड पर लंकाशर ने बेल्स गिरा दी. दोनों छोर की बेल्स नीचे बिखरी पड़ी थी. किसी को समझ नहीं आ रहा था कि क्या हुआ.
गलतफहमी के कारण बच गए शान मसूद
दो बार आउट होने के बावजूद शान मूसद पवेलियन क्यों नहीं लौटे. वो नॉटआउट रहे. उस वक्त वो 58 रन पर थे. दरअसल मसूद नियम 31.7 के कारण पवेलियन लौटने से बच गए. मसूद जैक ब्लैथरविक की नो बॉल पर हिट विकेट हुए थे और इस गलतफहमी में कि वो आउट हैं, वो क्रीज से बाहर निकल गए. नियम 31.7 बल्लेबाज के गलतफहमी के कारण विकेट छोड़ने को लेकर है.
इस नियम के अनुसार यदि अंपायर को लगता है कि बल्लेबाज आउट ना होने के बावजूद आउट होने की गलतफहमी में विकेट छोड़कर चला गया है तो वो बल्लेबाज को वापस बुला सकता है. इस नियम के चलते ही शान मसूद आउट होने से बच गए. हालांकि इसके बाद वो अपनी पारी में तीन रन ही और जोड़ पाए और साकिब महमूद का शिकार हो गए. यॉर्कशर ने 174 रन का टारगेट दिया, जिसके जवाब में लंकाशर की टीम 8 विकेट पर 166 रन ही बना सकी और मुकाबला गंवा दिया.
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