पूर्व इंग्लिश खिलाड़ी रिक्की क्लार्क (Rikki Clarke) के बल्ले की आग 42 की उम्र में भी कम नहीं हुई है. अर्बन राइजर्स हैदराबाद की तरफ से उन्होंने लीजेंड्स लीग में भीलवाड़ा किंग्स के खिलाफ तूफानी बल्लेबाजी की और अपनी टीम को 15 गेंद पहले ही 7 विकेट से जीत दिला दी. उन्होंने चौके-छक्कों की बारिश कर दी. उनके चौके- छक्कों की बारिश के आगे दूसरे छोर पर सुरेश रैना (Suresh Raina) बस इंतजार ही करते रह गए. क्लार्क ने 44 गेंदों में नॉट आउट 73 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने चौके तो सिर्फ दो ही लगाए, मगर छक्के सात लगा दिए.
भीलवाड़ा किंग्स और अर्बन राइजर्स हैदराबाद के बीच खेले गए मुकाबले में भीलवाड़ा की टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी और 20 ओवर में 6 विकेट पर 144 रन बना दिए. तिलकरत्ने दिलशान ने 37 गेंदों में 53 रन ठोके. 145 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी हैदराबाद की शुरुआत कुछ खास नहीं रही और 4.2 ओवर में ही मार्टिन गप्टिल और ड्वेन स्मिथ के रूप में दो विकेट गंवा दिए. इसके बाद रिक्की क्लार्क और गुरकीरत सिंह मान ने पार्टनरशिप की और स्कोर को 100 के पार पहुंचाया.
टीम को दिलाई एकतरफा जीत
14.2 ओवर में गुरकीरत आउट हुए. इसके बाद क्लार्क का साथ देने और टीम को जीत दिलाने के इरादे से कप्तान सुरेश रैना मैदान पर उतरे. रैना जब क्रीज पर आए, उस समय उनकी टीम को जीत के लिए 34 गेंदों में 41 रन की जरूरत थी. मुकाबला रोमांचक होता नजर आ रहा था, मगर क्लार्क ने इसके बाद मुकाबले को एकतरफा ही बना दिया. रैना सिर्फ 8 गेंदों का ही सामना कर पाए. वो 6 रन पर नॉटआउट रहे. क्लार्क ने इसके बाद चौके छक्के उड़ाना शुरू कर दिया. 17वें ओवर में तो उन्होंने 3 छक्के और एक चौका लगाकर टीम को जीत के करीब पहुंचा दिया था. इसके बाद 17.3 ओवर में क्लार्क के बल्ले से ही विनिंग चौका भी निकला.