ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में आसानी से घुटने टेकने वाली भारतीय टीम पर बरसते हुए सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने कहा कि बल्लेबाजी शर्मनाक थी. ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 209 रन से हराकर खिताब जीता. भारत के कप्तान रहे सुनील गावस्कर ने कहा कि भारतीय बल्लेबाजों ने घटिया शॉट लगाए और सबके आउट होने का एक पैटर्न रहा. उन्होंने विराट कोहली (Virat Kohli) से लेकर चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे और रवींद्र जडेजा सबकी खिंचाई की. भारत का प्रसिद्ध बैटिंग ऑर्डर डब्ल्यूटीसी फाइनल के आखिरी दिन एक सेशन के अंदर ढह गया जिससे ऑस्ट्रेलिया को आसान जीत मिली. भारत की यह डब्ल्यूटीसी फाइनल में लगातार दूसरी हार है. पिछली बार उसे न्यूजीलैंड ने हराया था.
गावस्कर ने कहा, ‘बल्लेबाजी बहुत ही खराब रही. आखिरी दिन तो बिल्कुल शर्मनाक प्रदर्शन था. खासकर शॉट्स का चयन. चेतेश्वर पुजारा ने कल बेहद खराब शॉट खेले जबकि उससे इसकी उम्मीद नहीं की जा सकती. शायद कोई उसके दिमाग में घुसकर स्ट्राइक रेट, स्ट्राइक रेट चिल्ला रहा होगा. एक सत्र भी आप नहीं खेल सके. एक सत्र में आठ विकेट.’
'कोहली ने खराब शॉट खेला, उससे इस बारे में पूछो'
ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज स्कॉट बॉलैंड ने तीन गेंद में कोहली और जडेजा के विकेट चटकाककर भारत को मैच से बाहर कर दिया. इसके चलते टीम इंडिया 234 रन पर ही सिमट गई. कोहली के विकेट के बारे में उन्होंने कहा, ‘यह बहुत ही औसत शॉट था. ऑफ स्टम्प से बाहर जाती गेंद वह तब तक छोड़ रहा था. शायद उसे लगा कि अर्धशतक पूरा करने के लिए एक रन चाहिए. जब आप किसी उपलब्धि के करीब होते हैं तो ऐसा होता है.’ कोहली के शॉट चयन की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, ‘यह खराब शॉट था. कोहली से इसके बारे में पूछा जाना चाहिए. वह इतना बोलता रहता है कि मैच जीतने के लिये लंबी पारी की जरूरत होती है. आप कैसे लंबी पारी खेलेगा जब ऑफ स्टम्प से इतनी बाहर जाती गेंद खेलोगे.’
गावस्कर ने आगे कहा, ‘ (रवींद्र) जडेजा के साथ भी हुआ. उसने ऐसी गेंद खेली जो उसे नहीं खेलनी चाहिए थी. रहाणे के साथ भी ऐसा हुआ. अचानक सभी को ऐसे शॉट खेलने की क्या जरूरत थी क्योंकि उन्हें निजी उपलब्धि के बारे में पता था.’
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