साउथ अफ्रीका की टीम अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप 2024 का पहला सेमीफाइनल मुकाबला खेलेगी. अफगानिस्तान ने बांग्लादेश को हराकर सेमीफाइनल में एंट्री की और अफगान टीम के सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद साउथ अफ्रीका की टीम ने अपना सिर जरूर पकड़ लिया होगा. वैसे तो रैंकिंग और अनुभव दोनों मामले में साउथ अफ्रीकी टीम अफगानिस्तान पर भारी है, मगर पिछले कुछ समय से अफगान टीम जिस तरह से खेल रही है, उसे देखते हुए साउथ अफ्रीकी टीम अफगान टीम को हल्के में नहीं ले सकती. इस वर्ल्ड कप में भी अफगानिस्तान ने बांग्लादेश के साथ ऑस्ट्रेलिया को भी वर्ल्ड कप से बाहर कर दिया.
साउथ अफ्रीका और अफगानिस्तान के बीच सेमीफाइनल त्रिनिदाद के ब्रायन लारा स्टेडियम में खेला जाएगा और इसी से साउथ अफ्रीकी टीम ने अपना सिर पकड़ लिया होगा, क्योंकि इस मैदान पर स्पिनर्स को सबसे ज्यादा मदद मिलती है और अफगानिस्तान के स्पिनर्स कैसे मैच पलट सकते हैं, इससे तो पूरी दुनिया वाकिफ है. यहां स्पिनर कमाल कर रहे हैं. वेस्टइंडीज के स्पिनर सुनील नरेन के नाम टी20 क्रिकेट में इस मैदान पर 15 मैचों में सबसे ज्यादा 18 विकेट लेने का रिकॉर्ड है. 16 विकेट के साथ इस मैदान पर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज अकील हुसैन हैं, जो लेफ्ट आर्म स्पिनर हैं. इस मैदान पर टी20 क्रिकेट में बेस्ट बॉलिंग का रिकॉर्ड अफगानिस्तान के गेंदबाज नवीन उल हक के नाम है. उन्होंने कैरेबियन प्रीमियर लीग में गयाना की तरफ से खेलते हुए बारबाडोस के खिलाफ 14 रन पर चार विकेट लिए थे. इस वर्ल्ड कप में अफगान स्पिनर कहर भी बरपा रहे हैं. अफगानिस्तान के कप्तान और स्पिनर राशिद खान 7 मैचों में 14 विकेट ले चुके हैं. वो टी20 वर्ल्ड कप 2024 में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज हैं.
स्पिन के खिलाफ साउथ अफ्रीका के स्टार
वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका का रिकॉर्ड
साउथ अफ्रीका पर इन दोनों के अलावा एक और दबाव होगा और उस दबाव में मार्करम की टीम पटरी से उतर भी सकती है. वो दबाव है चोकर्स का ठप्पा. साउथ अफ्रीका पर चोकर्स का ठप्प लगा हुआ है. बड़े मैचों में अक्सर वो फेल हो जाती है. ऐसे में टीम पर उस ठप्पे को हटाने की जिम्मेदारी होगी. साउथ अफ्रीका की टीम आज तक आईसीसी वर्ल्ड कप नहीं जीत पाई. साल 2009 और 2014 में दो बार टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंची थी, जहां उसे पाकिस्तान और फिर भारत के हाथों हार का सामना करना पड़ा. वो पांच बार वनडे वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल खेल चुकी है, मगर कभी उससे आगे नहीं बढ़ पाई. 2000 से 2013 के बीच वो चार बार चैंपियंस ट्रॉफी का सेमीफाइनल खेली और चारों बार उसका सफर सेमीफाइनल में ही खत्म हो गया. एक बार फिर साउथ अफ्रीकी टीम सेमीफाइनल में उतरने की तैयारी कर रही है. ऐसे में विपक्षी टीम, पिच को देखकर खिलाड़ी सोच रहे होंगे कि कहीं एक बार फिर उनका सफर सेमीफाइनल में ना खत्म हो जाए.
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