टीम इंडिया के नए असिस्टेंट कोच रयान टेन डसकाटे ने माना है कि विदेशों में अच्छा प्रदर्शन करने की इच्छा ने भारतीय बल्लेबाजों की स्पिन खेलने की क्षमता पर असर डाला है और उनका काम अहम सेशन से पहले उन्हें फिर से इसमें ढालना है जिसमें पांच घरेलू टेस्ट भी शामिल हैं. स्पिन के खिलाफ मजबूत भारत ने इस महीने की शुरुआत में तीन मैचों की वनडे सीरीज में श्रीलंकाई स्पिनरों के खिलाफ 27 विकेट गंवाए जहां उसे 0-2 से हार का सामना करना पड़ा.
स्पिनर्स के खिलाफ बल्लेबाजों को बनाएंगे मजबूत
27 सालों में श्रीलंका के खिलाफ भारत की पहली वनडे सीरीज हार थी. डसकाटे ने ‘टॉकस्पोर्ट क्रिकेट’ से कहा, ‘‘हम श्रीलंका के खिलाफ हार गए. भारत की मानसिकता ऐसी रही है कि वे विदेशों में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बहुत बेताब हैं.’’उन्होंने कहा, ‘‘हमारा ध्यान ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में अच्छा प्रदर्शन करने पर है. हमने स्पिन खेलना छोड़ दिया है जो हमेशा से भारतीय टीम की ताकत रही है लेकिन अब हम थोड़ा पीछे रह गए हैं.’’ डसकाटे ने आगे कहा कि, ‘‘यह एक ऐसी चीज है जिसे मैं करने के लिए उत्सुक हूं जिससे कि हम उस स्थिति में पहुंच सकें जहां भारतीय फिर से दुनिया में स्पिन के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बन सकें.’’
नीदरलैंड्स का यह 44 साल का पूर्व खिलाड़ी अभिषेक नायर के साथ मिलकर मुख्य कोच गौतम गंभीर की सहायता करेगा. डसकाटे ने कहा कि टीम अगले साल चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के लिए भी बेताब है. उन्होंने कहा, ‘‘चैंपियंस ट्रॉफी (फरवरी 2025) होनी है. तैयारी के लिए केवल तीन वनडे मैच बचे हैं इसलिए फॉर्मेट के बीच बदलाव करना और टीम को उसके लिए तैयार करना वास्तव में चुनौतीपूर्ण होगा.’’ डसकाटे ने कहा कि अगले साल जून में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल के लिए क्वालीफाई करना टीम इंडिया के लिए एक और महत्वपूर्ण लक्ष्य है.
भारत अभी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप टेबल में टॉप पर है और ऑस्ट्रेलिया उसके करीब है. डसकाटे भारत के जरिए खेले जाने वाले 10 टेस्ट मैचों का इस्तेमाल कर टीम की स्थिति को मजबूत करना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हम डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के लिए उत्सुक हैं. 10 टेस्ट बचे होने के कारण यह एक शानदार अवसर है.’’ डसकाटे ने कहा, ‘‘हमारे पास भारत में पांच (टेस्ट) हैं और फिर हम ऑस्ट्रेलिया (पांच और टेस्ट) जा रहे हैं, जो शानदार होने वाला है.’’
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