भारत और ऑस्ट्रेलिया (Ind vs AUS) के बीच डब्ल्यूटीसी फाइनल 2023 (WTC Final 2023) इंग्लैंड के दी ओवल मैदान में खेल जाएगा. यहां पर 7 जून से मुकाबला शुरू होगा और यह तय होगा कि टेस्ट में कौन बेस्ट है. इस मैदान पर पहली बार टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल है. 2021 में जब पहली बार फाइनल खेला गया था तब मुकाबला साउथैंप्टन में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था. इसमें केन विलियमसन की कप्तानी वाली टीम ने आठ विकेट से जीत हासिल कर पहली बार में ही विजेता बनने का गौरव हासिल किया था. दी ओवल में 140 से ज्यादा टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं और पहली बार जून में कोई टेस्ट हो रहा है. इस तरह नया इतिहास बन रहा है.
दी ओवल स्टेडियम की जरूरी और खास बातें
केनिंग्टन का दी ओवल लंदन का सबसे मशहूर इंटरनेशनल क्रिकेट ग्राउंड है. स्टेडियम की क्षमता 27,500 दर्शकों की है. इस स्टेडियम को साल 1845 में बनाया गया था. सितंबर 1880 में पहली बार इस स्टेडियम में कोई इंटरनेशनल मैच खेला गया था. ये मैच इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था. जबकि इंग्लिश क्रिकेट सीजन का फाइनल टेस्ट भी इसी जगह पर खेला जाता है. स्टेडियम ने पहली बार साल 2017 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल का आयोजन किया था. इस स्टेडियम पर फुटबॉल, हॉकी, रग्बी और एफए कप फाइनल भी खेला जा चुका है.
सर्रे क्रिकेट क्लब का ये होम ग्राउंड है और अब तक इस मैदान पर कई ऐतिहासिक मुकाबले खेले जा चुके हैं. इस मैदान पर सबसे पहला दोहरा शतक ऑस्ट्रेलिया के बिली मरडच ने लगाया था. साल 1882 में इंग्लैंड की टीम को 7 रन से इस टेस्ट में हार मिली थी. इसके बाद दी स्पोर्टिंग टाइम्स ने इंग्लिश क्रिकेट को लेकर एक नोटिस डाली थी और यहीं से एशेज की शुरुआत हुई. बता दें कि दी ओवल पर पहली पारी का एवरेज स्कोर 343 है. इसके बाद दूसरी, तीसरी और चौथी पारी का स्कोर 304, 238 और 156 है.
दी ओवल स्टेडियम का टेस्ट रिकॉर्ड
सबसे बड़ा स्कोर: ओवल के मैदान पर किसी टीम के जरिए सबसे बड़ा स्कोर इंग्लैंड ने साल 1938 में बनाया था. इंग्लैंड ने ऐसा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था. टीम ने पहली पारी में 7 विकेट गंवाकर 903 रन बनाए थे. इस पारी में लियोनार्ड हटन ने 364 रन की पारी खेली थी. वहीं मॉरीस लेलैंड और जो हार्ड्स्टाफ ने शतक जमाया था. इंग्लैंड ने ये मुकाबला एक पारी और 579 रन से जीता था. इस तरह 4 मैचों की सीरीज 1-1 की बराबरी पर खत्म हुई थी.
सबसे कम स्कोर: इस मैदान पर साल 1986 में ऑस्ट्रेलिया ने सबसे कम स्कोर बनाया था. पूरी टीम सिर्फ 44 रन पर ढेर हो गई थी. टीम को 111 रन का टारगेट मिला था. इंग्लैंड के बॉबी पील और जैक हर्न ने 6 और 4 विकेट लिए थे. ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 66 रन से ये मैच गंवा दिया था. इस तरह तीन मैचों की सीरीज अंत में 1-2 पर खत्म हुई थी.
सबसे ज्यादा रन: लियोनार्ड हटन के नाम इस मैदान पर सबसे ज्यादा 1521 रन हैं. हटन की औसत 89.47 की है. उन्होंने 4 शतक और 5 अर्धशतक जमाए हैं.
सबसे ज्यादा विकेट: इंग्लैंड के लेजेंड्री ऑलराउंडर इयान बॉथम के नाम इस मैदान पर सबसे ज्यादा विकेट हैं. उन्होंने 11 टेस्ट मैचों में 26.51 की औसत के साथ कुल 52 विकेट लिए हैं. उनकी इकॉनमी 3.61 की है. बॉथम ने तीन बार 4 विकेट और दो बार 5 विकेट और एक बार 10 विकेट लेने का कारनामा किया है.
बल्लेबाज का सर्वोच्च स्कोर: लियोनार्ड हटन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे बड़ा स्कोर बनाया था जो 364 रन है. हटन की पारी की बदौलत इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को एक पारी और 579 रन से हराया था.
सबसे बेस्ट गेंदबाजी आंकड़ा: इंग्लैंड के गेंदबाज डेवोन मैल्कम के नाम सबसे बेस्ट गेंदबाजी आंकड़ा है. इस गेंदबाज ने साल 1994 में 57 रन देकर 9 विकेट लिए थे और इस तरह इंग्लैंड ने साउथ अफ्रीका को 8 विकेट से हराया था.
सबसे बड़ी साझेदारी: इस मैदान पर सबसे बड़ी साझेदारी ऑस्ट्रेलिया के बिल पोन्सफोर्ड और सर डोनाल्ड ब्रैडमैन के नाम है. साल 1934 में पहले बल्लेबाज ने 266 और दूसरे बल्लेबाज ने 344 रन ठोके थे. और इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 701 रन बनाए थे. उनकी साझेदारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 562 रन से हराया था और इस तरह ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 2-1 से सीरीज जीती थी.
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