अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम (Narendra Modi Stadium) में एमएस धोनी (Ms Dhoni) की चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने नया इतिहास बना दिया. चेन्नई ने 5वीं बार आईपीएल खिताब पर कब्जा कर लिया है. चेन्नई सुपर किंग्स ने गुजरात टाइटंस को DLS निमय के तहत अंत में 5 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया. मैच के हीरो रवींद्र जडेजा रहे. 3 दिन तक चले इस मुकाबले में चेन्नई की टीम भले ही गेंदबाजी में कमजोर दिखी हो लेकिन बल्लेबाजों ने अंत में इसकी कसर पूरी कर दी. अंतिम दो गेंद पर चेन्नई को जीत के लिए 10 रन चाहिए थे और रवींद्र जडेजा ने मोहित शर्मा की गेंद पर एक छक्का और एक चौका जड़ चेन्नई को नया चैंपियन बना दिया. हालांकि इस मैच का हीरो एक और खिलाड़ी रहा जिसकी पारी की बदौलत गुजरात चैंपियन बनते बनते रह गई.
हम गुजरात की तरफ से फाइनल के हीरो रहे साई सुदर्शन की बात कर रहे हैं. साई सुदर्शन ने ताबड़तोड़ अंदाज में 47 गेंद पर 96 रन की पारी खेल टीम के स्कोर को 200 के पार पहुंचा दिया. साई सुदर्शन वही बल्लेबाज हैं जिन्हें पंजाब किंग्स के खिलाफ डेब्यू करने का मौका मिला था. सुदर्शन तब से लेकर अब तक गुजरात के लिए अहम खिलाड़ी हैं. 21 साल के इस बल्लेबाज को उस वक्त डेब्यू का मौका मिला था जब विजय शंकर चोट के चलते बाहर हो गए थे. अपने पहले मैच में सुदर्शन ने 30 गेंद पर 35 रन बनाए थे. सुदर्शन उस वक्त सुर्खियों में आए जब साल 2021 में उन्होंने तमिलनाडु प्रीमियर लीग में 8 पारी में 358 रन ठोके थे.
इस दौरान ये क्रिकेटर दूसरा सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बना था. इसके बाद गुजरात ने इस बल्लेबाज को 20 लाख रुपए में अपनी टीम में शामिल किया. बता दें कि सुदर्शन वही बल्लेबाज हैं जिन्हें आईपीएल में धीमी बल्लेबाजी के चलते पिच पर से वापस बुला लिया गया था और रिटायर्ड आउट कर दिया गया था. वहीं फैंस भी इस बल्लेबाज की आउट होने की कामना करने लगे थे. लेकिन आईपीएल 2023 फाइनल में सुदर्शन ने ऐसी पारी खेली कि सभी का मुंह बंद हो गया.
21 साल के साई सुदर्शन अब आईपीएल फाइनल में सबसे बड़ा स्कोर बनाने पहले अनकैप्ड खिलाड़ी बन गए हैं. वहीं आईपीएल फाइनल में सर्वोच्च स्कोर बनाने वालों की लिस्ट में ये बल्लेबाज तीसरे नंबर पर आ चुका है. पहले नंबर पर शेन वॉटसन हैं जिन्होंने साल 2018 फाइनल में नाबाद 117 रन ठोके थे. दूसरे नंबर पर ऋद्धिमान साहा हैं जिन्होंने साल 2014 में पंजाब के लिए नाबाद 115 रन बनाए थे. तीसरे नंबर पर अब साई सुदर्शन आ चुके हैं.
कौन हैं साई सुदर्शन?
साई सुदर्शन का जन्म चेन्नई में 15 अक्टूबर 2001 को हुआ था. वो बाएं हाथ के बल्लेबाज और स्पिनर हैं. साल 2019-20 में उन्होंने एक टूर्नामेंट में कुल 635 रन ठोके थे और तब से वो ट्रेंड करने लगे. साल 2021-22 में उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में डेब्यू किया. फरवरी 2022 में उन्हें गुजरात टाइटंस ने 20 लाख रुपए में लिया. फिर अप्रैल में विजय शंकर के चोटिल होने के बाद उन्हें डेब्यू का मौका मिला.
अहम मौके पर दिखाया कमाल
गुजरात को पहला झटका 67 रन पर लगा था जब शुभमन गिल 20 गेंद पर 39 रन बनाकर स्टम्प आउट हो गए. इसके बाद क्रीज पर साई सुदर्शन आए. सुदर्शन ने साहा का पूरा साथ दिया और टीम के स्कोर को 131 तक पहुंचाया. हालांकि साहा अर्धशतक ठोक पवेलियन लौट गए और ऐसा लग रहा था कि टीम 160 के स्कोर तक ही पहुंच पाएगी. लेकिन सुदर्शन ने रन गति को धीमे नहीं होने दिया और पहले अर्धशतक और फिर तेजी से रन ठोक 96 रन ठोक डाले. ये बल्लेबाज अपने शतक से और फाइनल में इतिहास बनाने से सिर्फ 4 रन से चूक गया. लेकिन तब तक वो टीम के लिए अपना काम कर चुके थे. सुदर्शन की बल्लेबाजी का ये नतीजा रहा कि, इस बल्लेबाज ने तुषार देशपांडे के एक ओवर में 6,4,4,4 रन बरसा दिए.
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