14 जनवरी से पहली बार अंडर-19 महिला टी20 वर्ल्ड कप (Under-19 Women's World Cup 2023) का आगाज होने वाला है. जिसके लिए शेफाली वर्मा की कप्तानी में महिला टीम इंडिया अब साउथ अफ्रीका पहुंच चुकी है और मैदान में उतरने को बेताब है. इसी कड़ी में टीम इंडिया में शामिल 15 साल की सोनम यादव का जज्बा चौकाने वाला है. जिनको क्रिकेट में आगे बढ़ाने के लिए लिए उनके बड़े भाई ने गरीबी के बीच बहन के लिए प्राइवेट नौकरी की और बहन को समाज से लड़ते हुए पुरुषों के माने जाने वाले खेल क्रिकेट में चैंपियन बना डाला. यही कारण है कि लेफ्ट आर्म स्पिनर सोनम अब वर्ल्ड कप में धमाल मचाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
कौन है सोनम यादव ?
सोनम यादव की बात करें तो उनका जन्म उत्तर प्रदेश के फिरोजपुर के गांव राजा का ताल में हुआ था. सोनम ने सात साल की उम्र में ही महिला टीम इंडिया से खेलने की ठान ली थी. सोनम जब अपने गांव की गलियों में भाई के साथ क्रिकेट खेलती थी तो वह अपनी गेंदबाजी से गांव के लड़को को क्लीन बोल्ड कर देती थी. इस तरह सबसे पहले उनकी प्रतिभा को सोनम के बड़े भाई अमन यादव ने पहचाना और उन्हें क्रिकेट की तरफ ही आगे बढ़ाने की ठान ली थी.
अमन ने की प्राइवेट नौकरी
सोनम को क्रिकेट में आगे बढ़ाने के लिए उनके बड़े भाई अमन ने ना सिर्फ परिवार वालों को मनाया बल्कि सोनम को आर्थिक रूप से मदद करने के लिए उन्होंने प्राइवेट नौकरी भी की. सोनम के पिता कांच के कारखाने में काम करते हैं. वहीं बड़े भाई अमन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि हमारे परिवार में पांच बहने और एक भाई है. सोनम हम सबमें सबसे छोटी है. बचपन में जब सोनम को मैंने क्रिकेट खेलते हुए देखा तभी मुझमें उसे प्रतिभा नजर आ गई थी. इसके बाद घर वालों को मनाते हुए मैंने उसे क्रिकेट खेलने की तरफ ध्यान देने को कहा और मैंने नौकरी करके उसकी आर्थिक रूप से भी मदद की.