आईपीएल के इतिहास में कई रोमांचक मैच हुए जो हमेशा के लिए यादगार साबित हुए. लेकिन 18 अक्टूबर 2020 को ऐसा मुकाबला खेला गया था जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है. ये मुकाबला इसलिए सबसे खास था क्योंकि इस दौरान एक नहीं बल्कि डबल सुपर ओवर हुआ था. इसी दिन दोपहर के मुकाबले में भी एक सुपर ओवर खेला गया था जो सनराइजर्स हैदराबाद और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच था. लेकिन असली मुकाबला शाम का मुकाबला था जिसने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए. ये मुकाबला मुंबई इंडियंस और पंजाब किंग्स के बीच हुआ था.
दोनों टीमों के बीच मैच की बात करें तो टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मुंबई इंडियंस ने विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक के अर्धशतक और कायरन पोलार्ड के तेज-तर्रार पारी की मदद से 6 विकेट पर 176 रन बनाए. जवाब में, पंजाब किंग्स के कप्तान केएल राहुल की 51 गेंदों में 77 रनों की तूफानी पारी से टीम 176 रन तक तो पहुंच गई लेकिन इसे पार नहीं कर पाई. आखिरी ओवर में ट्रेंट बोल्ट ने कमाल कर दिया और किंग्स को जीत हासिल नहीं करने दी.
पहला सुपर ओवर
मैच में मुंबई के लिए 3 विकेट लेने वाले और 24 रन देने वाले जसप्रीत बुमराह को पंजाब के कप्तान केएल राहुल और हार्ड-हिटर निकोलस पूरन को रोकने के लिए गेंद सौंपी गई. पहली गेंद पर राहुल ने सिंगल लिया और स्ट्राइक पर पूरन आए जो कुछ खास नहीं कर सके और दूसरी गेंद पर आउट हो गए. अगले नंबर पर दीपक हुडा आए जिन्होंने 16 गेंदों पर 23 रनों की नाबाद पारी खेली लेकिन वह भी टीम की ज्यादा मदद नहीं कर सके. आखिरी गेंद पर राहुल के आउट होने से किंग्स 11 पंजाब की टीम सिर्फ 5 रन ही बना सकी.
जवाब में, मोहम्मद शमी को मुंबई के सलामी बल्लेबाजों रोहित शर्मा और क्विंटन डी कॉक के खिलाफ रनों का बचाव करने में अहम भूमिका निभानी पड़ी. शमी की कसी हुई गेंदबाजी के कारण मुंबई को पहली 5 गेंदों में केवल 4 रन ही मिल सके. आखिरी गेंद पर जब 2 रन की जरूरत थी, तब डी कॉक विजयी रन लेने की कोशिश में क्रीज से बाहर रह गए और टाई-ब्रेकर में भी स्कोर 5-5 की बराबरी पर रह गया.
ऐसे में आईसीसी के नियम के मुताबित एक और सुपर ओवर हुआ. और जिन गेंदबाजों- बल्लेबाजों ने पहले सुपर ओवर में हिस्सा नहीं लिया उन्हें इस सुपर ओवर में मौका मिलना था. हालांकि इससे पहले अगर सुपर ओवर ड्रॉ हो जाता था तो बाउंड्री काउंट के जरिए नतीजा निकलता था लेकिन 2019 वर्ल्ड कप में इस नियम की काफी फजीहत हुई थी जिसके बाद डबल सुपर ओवर का नियम लागू हुआ.
दूसरा सुपर ओवर
दूसरे सुपर ओवर में मुंबई इंडियंस पहले बल्लेबाजी करने आई. हार्दिक पंड्या और कायरन पोलार्ड को कम स्कोर पर रोकना क्रिस जॉर्डन पर निर्भर था. ऐसे में मुंबई की टीम ने 1 विकेट गंवा 6 गेंदों पर सिर्फ 11 रन बनाए. पंजाब की तरफ से मयंक अग्रवाल और क्रिस गेल ने जीत की जिम्मेदारी ली और मुंबई की तरफ से ट्रेंट बोल्ट ने गेंद से मोर्चा संभाला. क्रिस गेल ने पहली गेंद पर छक्का लगाया और अगली गेंद पर सिंगल लिया जिससे मयंक अग्रवाल के लिए मैच खत्म करना बेहद आसान हो गया. तीसरी और चौथी गेंद पर लगातार दो चौकों के साथ, अग्रवाल ने किंग्स इलेवन पंजाब के लिए ऐतिहासिक मैच जीत लिया.
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