वर्ल्ड टेस्ट चैंपियशिप फाइनल (WTC Final, IND vs AUS, 1st Day Stumps) के पहले दिन का आगाज तो टीम इंडिया के गेंदबाजों ने शानदार किया. मगर अंजाम तक ऑस्ट्रेलियाई टीम को उसके बल्लेबाज ट्रेविस हेड और स्टीव स्मिथ ने पहुंचाया. रोहित शर्मा ने महामुकाबले के लिए आर. अश्विन को बाहर बिठाया. लेकिन पहले ही दिन के अंत तक शायद उनकी कमी भी नजर आई. क्योंकि जब ऑस्ट्रेलिया के 76 रन पर तीन विकेट गिर चुके थे. उसके बाद टीम इंडिया के पास मैच में पकड़ बनाने का पूरा मौका था. लेकिन खिली धूप के बीच रवींद्र जडेजा अपनी फिरकी से बेदम नजर आए और आलम ये रहा कि हेड ने इंग्लैंड वाले बैजबॉल अंदाज से दमदार शतक जड़ डाला. जबकि उनका साथ स्टीव स्मिथ ने भी बखूबी निभाया और मध्यक्रम के इन दोनों बल्लेबाजों को भारत के तेज गेंदबाज रोक नहीं सके. जब हेड और स्मिथ की जोड़ी बड़ी साझेदारी बना रही थी. इसी समय पर शायद कप्तान रोहित शर्मा को अब अपने फैसले पर अफसोस भी हो रहा होगा. पहले दिन के अंत तक हेड (146 रन नाबाद) और स्मिथ (95 रन नाबाद) की पारी से ऑस्ट्रेलिया ने तीन विकेट पर 327 रन बना डाले. इन दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 251 रनों की अविजित विशाल साझेदारी हुई.
भारत ने पहले सेशन में चटकाए दो विकेट
मैच में इससे पहले टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. इसका फायदा भी उनके गेंदबाजों ने उठाया और सटीक लाइन एंड लेंथ पर गेंदबाजी करते हुए चौथे ओवर में ही ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया. चौथे ओवर में सिराज की चौथी गेंद को ख्वाजा भांप नहीं सके और गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए विकेटकीपर केएस भरत के दस्तानों में समा गई. इस तरह ऑस्ट्रेलिया को दो रन के स्कोर पर पहला झटका लगा. जिसके बाद दूसरे विकेट के लिए अन्य सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर और मार्नस लाबुशेन के बीच 69 रनों की साझेदारी हो चुकी थी. तभी लंच से पहले पारी के 22वें ओवर में शार्दुल ठाकुर की चौथी गेंद पर गेंद ने वॉर्नर के बल्ले का किनारा लिया और भरत ने इस बार डाइव लगाते हुए उनका बेहतरीन कैच लपका. जिससे वॉर्नर 60 गेंदों पर 8 चौके से 43 रन बनाकर चलते बने और ऑस्ट्रेलिया को 71 रन के स्कोर पर दूसरा झटका लगा. जिसके बाद स्मिथ मैदान में आए और दो रन ही बना सके तभी लंच का ऐलान कर दिया गया था.
शमी ने लाबुशेन को किया क्लीन बोल्ड
लंच के बाद दूसरे सेशन का दूसरा जबकि अपने दूसरे स्पेल का पहला ओवर करने आए शमी ने पहली ही गेंद पर लाबुशेन को चकमा दिया और उनके विकेट उखाड़ डाले. इस तरह लंच के बाद लाबुशेन आंखे जमा पाते उससे पहले ही वह चलते बने. लाबुशेन 62 गेंदों पर तीन चौके से 26 रन बनाकर चलते बने. जिससे ऑस्ट्रेलिया के 76 रन पर ही तीन विकेट गिर गए थे.
बैजबॉल वाले अंदाज से हेड ने ऑस्ट्रेलिया को संभाला
हालांकि 76 रन पर तीन विकेट गिरने के बाद बल्लेबाजी करने आए ट्रेविस हेड ने मोर्चा संभाला और टेस्ट क्रिकेट में तेजी से रन बटोरने वाला इंग्लैंड का बैजबॉल अंदाज अपनाया. जिससे ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख बल्लेबाज स्टीव स्मिथ के ऊपर से दबाव हटा और इन दोनों ने बेहतरीन बल्लेबाजी का नजारा पेश किया. दूसरे सेशन की शुरुआत में विकेट खोने के बाद स्मिथ और हेड ने क्रीज पर पैर जमाए. इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए दूसरे सेशन के अंत तक 94 रनों की अविजित साझेदारी निभा डाली थी. स्मिथ से तेज बल्लेबाजी करते हुए हेड ने जहां चार चौके से 60 गेंदों में 50 रन जड़े और 75 गेंदों पर 10 चौके से 60 रन बनाकर नाबाद रहे. जबकि 102 गेंदों पर चार चौके से 33 रन बनाकर स्मिथ ने पांव जमा रखे थे.
हेड ने शतक तो स्मिथ ने 95 रनों की पारी से भारत को खदेड़ा
अंतिम सेशन में तीन विकेट पर 170 रन से आगे खेलने उतरी ऑस्ट्रेलिया ने उसी अंदाज में खेल को आगे बढाया. जिस अंदाज से दूसरे सेशन में समाप्त किया था. हेड ने शानदार अंदाज में बल्लेबाजी जारी रखी और 14 चौके व एक छक्के से 106 गेंदों पर करियर का 6वां शतक पूरा किया, जिससे वह डब्ल्यूटीसी फाइनल में शतक जड़ने वाले पहले बल्लेबाज भी बने. हेड का साथ स्मिथ ने भी बखूबी निभाया और 144 गेंदों पर क्रीज पर पैर जमाते हुए सात चौकों से फिफ्टी जड़ी. इसके बाद भी दोनों बल्लेबाजों ने रन बनाना जारी रखा. जिसका आलम यह रहा की दिन के अंत तक स्मिथ अपने शतक से 5 रन दूर रह गए. हेड जहां 156 गेंदों पर 22 चौके और एक छक्के से 146 रन पर नाबाद रहे. वहीं स्मिथ ने 227 गेंदों पर 14 चौके से नाबाद 95 रन बनाए. जिससे हेड और स्मिथ के बीच 251 रनों की अविजित साझेदारी हुई और ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन के अंत तक तीन विकेट पर 327 रन बनाकर भारत पर शिकंजा कस लिया है.
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