सूर्यकुमार यादव को मिली सजा को BCCI ने दी चुनौती, मैच रेफरी के फैसले पर ऐतराज, एशिया कप के बाद आएगा ICC का बयान

सूर्यकुमार यादव को मिली सजा को BCCI ने दी चुनौती, मैच रेफरी के फैसले पर ऐतराज, एशिया कप के बाद आएगा ICC का बयान
टीम इंडिया के कप्तान सूर्या ने पाक का नाम तक नहीं लिया (Photo: PTI)

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बताया जाता है कि सूर्यकुमार यादव पर 30 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगा है.

पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ पर भी जुर्माना लगाया गया है.

भारत पुरुष क्रिकेट टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव को पाकिस्तान के खिलाफ मैच के बाद पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को लेकर दी गई प्रतिक्रिया के चलते सजा मिली है. आईसीसी मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने उन पर मैच फीस का 30 फीसदी जुर्माना लगाया है. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने सूर्यकुमार यादव को दी सजा को चुनौती दी है. इस पर अभी सुनवाई होनी है. वहीं पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ को भी आक्रामक बर्ताव और गाली-गलौज के चलते सजा दी गई है. उन पर भी 30 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगा है.

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, आईसीसी भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों को दी गई सजा पर आधिकारिक बयान एशिया कप के बाद जारी करेगा. इस मामले की गंभीरता के चलते टूर्नामेंट की समाप्ति का इंतजार किया जाएगा. माना जा रहा है कि 29 सितंबर को आईसीसी का बयान आ सकता है. पहले आईसीसी की तरफ से 26 सितंबर को ही बयान आने वाला था लेकिन फिर फैसला हुआ कि टूर्नामेंट के खत्म होने का इंतजार किया जाए. 28 सितंबर को एशिया कप का फाइनल भारत और पाकिस्तान के बीच है. यह इस इवेंट में दोनों टीमों की तीसरी टक्कर होगी.

बीसीसीआई मैच रेफरी के फैसले से सहमत नहीं

 

रिपोर्ट में लिखा गया है कि बीसीसीआई सूर्यकमार को लेकर रिचर्डसन के फैसले से सहमत नहीं है. मैच रेफरी का कहना है कि देश की सेना और आतंकी हमले के पीड़ितों के साथ खड़े होना आचार संहिता का उल्लंघन है. एक सूत्र के हवाले से लिखा है, अगर बीसीसीआई कप्तान का बचाव नहीं करती है जिन्होंने भारतीय सेना का समर्थन किया तो इसे बहुत खराब संदेश जाएगा. बीसीसीआई को एक संगठन के रूप में चेतावनी को भी स्वीकार नहीं करना चाहिए क्योंकि उसका मतलब भी होगा कि सूर्या की गलती थी.

पाकिस्तान ने की थी सूर्या की शिकायत

 

पाकिस्तान ने सूर्या के खिलाफ शिकायत दी थी. भारतीय कप्तान ने 14 सितंबर का मैच जीतने के बाद उसे पहलगाम पीड़ितों को समर्पित किया था. उन्होंने मैच रेफरी के सामने सुनवाई के दौरान खुद को दोषी नहीं माना था. पहले कहा गया था कि मैच रेफरी ने सूर्या से कहा था कि ऐसा कोई बयान न दे जो कि राजनीतिक हो.