भारतीय क्रिकेट टीम एशिया कप 2025 में ऑलराउंडर्स पर जोर देते हुए अपना अभियान शुरू करेगी. उसके हार्दिक पंड्या, अक्षर पटेल के रूप में दो स्थापित हरफनमौला खिलाड़ी मौजूद हैं. इन दोनों का खेलना तय है. इनका साथ देने के लिए शिवम दुबे को भी एशिया कप में ऑलराउंडर का रोल निभाना होगा. भारतीय टीम के बॉलिंग कोच मॉर्ने मॉर्केल ने एशिया कप से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी. दुबे मीडियम पेस बॉलिंग कर लेते हैं लेकिन भारत के लिए खेलते हुए ऐसा काम बहुत कम किया है.
मॉर्केल ने भारतीय टीम के पहले मुकाबले से पहले कहा कि दुबे को टी20 वर्ल्ड कप की तैयारी को लेकर मीडियम पेसर के रूप में खुद को आगे ले जाना होगा. उन्होंने कहा, मेरे लिए यह हमेशा जरूरी होता है कि शिवम जैसा खिलाड़ी चार ओवर फेंक सके. मेरी हमेशा कोशिश रहती है कि ऑलराउंडर दोनों स्किल्स पर पूरी मेहनत करे. कभी कभार खिलाड़ी प्रैक्टिस में थोड़ी शरारत करते हैं और एक ही चीज पर काम करते हैं. इस माहौल में हम कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते.
मॉर्केल बोले- कभीकभार छठा-सातवां बॉलर चाहिए होता है
मॉर्केल का मानना है कि टी20 फॉर्मेट में कई बार बॉलिंग में छठा या सातवां विकल्प जरूरी हो जाता है. ऐसा मुख्य गेंदबाजों की पिटाई की वजह से हो सकता है. उन्होंने कहा, ऐसे दिन में हमें ऐसे खिलाड़ी की जरूरत है जो हमारे लिये वह काम कर सके. यहां के हालात उसे (दुबे) अधिक रास आ सकते हैं. ऐसे में उसे उस दिन अच्छे प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेनी होगी. जब सूर्या (कप्तान सूर्यकुमार यादव) उसे यह जिम्मेदारी सौंपे तो उसे तैयार रहना होगा.
भारत ने इस साल की शुरुआत में चैंपियंस ट्रॉफी में चार स्पिनर्स के साथ खेलने का फैसला किया था और यूएई में सफलता हासिल की थी. लेकिन मॉर्केल ने कहा कि वह टूर्नामेंट फरवरी-मार्च में हुआ था और तब हालात स्पिनर्स के लिए मददगार थे. पिचेज पूरी तरह से उपयोगी में आई हुई थी. एशिया कप सितंबर में हो रहा है और अभी पिचेज ताजा और सख्त हैं.