सिमरनजीत सिंह के लिए एशिया कप 2025 में भारत के खिलाफ मैच सिर्फ एक खेल नहीं है, बल्कि यह उनके लिए अपनी यादों को फिर से ताजा करने का मौका है. 35 साल के इस लुधियाना के धीमे बाएं हाथ के स्पिनर को याद है कि कैसे उन्होंने एक दशक पहले मोहाली के पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के नेट्स में युवा शुभमन गिल को गेंदबाजी की थी.
बता दें कि इसके बाद सिमरनजीत ने डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट खेला और फिर 2017 में रणजी ट्रॉफी की संभावित सूची में शामिल हुए. उन्होंने किंग्स XI पंजाब के नेट्स में भी गेंदबाजी की, लेकिन उन्हें बड़ा मौका नहीं मिला. फिर कोविड-19 महामारी ने सबकुछ बदल दिया.
मेरा परिवार यूएई का साथ देगा
सिमरनजीत आगे कहते हैं कि, "मैं अप्रैल 2021 में दुबई 20 दिन की प्रैक्टिस के लिए आया था, लेकिन भारत में कोरोना की दूसरी लहर के कारण मैं वापस नहीं जा सका. फिर मैं यहीं रुक गया." उन्होंने जूनियर्स को कोचिंग देना शुरू किया और क्लब क्रिकेट खेलकर गुजारा किया. UAE के लिए क्वालीफाई करने के लिए तीन सीजन की घरेलू क्रिकेट की शर्त पूरी करने के बाद, उन्होंने नेशनल कोच ललचंद राजपूत से संपर्क किया. बता दें कि अब तक सिमरनजीत ने 12 T20 मैचों में 15 विकेट लिए हैं, और उनकी इकॉनमी रेट 6 से कम है. अपने आखिरी मैच में उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ 1/24 के आंकड़े दिए और 11 डॉट बॉल फेंकी.
बता दें कि, जब UAE और भारत के बीच मैच में उनके परिवार के सपोर्ट की बात आई, तो वे हंसते हुए बोले, "यह मुश्किल सवाल है. मेरा सपना भारत के लिए खेलना था, लेकिन अब मैं UAE के लिए खेल रहा हूं, तो मुझे लगता है कि मेरा परिवार UAE का साथ देगा."