पाकिस्तान क्रिकेट का कितना बुरा हाल है. इसका उदाहरण एक बार फिर रविवार को एशिया कप में भारत के खिलाफ 7 विकेट की हार के साथ दिखा. मुकाबले से पहले लग रहा था कि दोनों युवा टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी. लेकिन भारत ने एक तरफा जीत हासिल कर ली और इसके बाद जो हुआ वो अब चर्चा में है. हम यहां हैंडशेक विवाद की बात कर रहे हैं. पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी, लेकिन यह फैसला गलत साबित हुआ. भारत के गेंदबाजों के सामने वे टिक नहीं सके और 20 ओवर में सिर्फ 127 रन बना पाए. भारत ने इस लक्ष्य को 25 गेंद बाकी रहते आसानी से हासिल कर लिया और टूर्नामेंट के अगले स्टेज में पहुंच गया.
उन्होंने आगे कहा, "भारत क्रिकेट में पाकिस्तान और एशिया कप की अन्य टीमों से बहुत आगे है. एक-दो दिन वे हार सकते हैं, लेकिन ज्यादातर समय भारत ही सबसे मजबूत रहेगा."गांगुली ने यह भी कहा कि उन्हें इस एकतरफा मैच से कोई हैरानी नहीं हुई. "मैंने पहले 15 ओवर देखे और फिर मैनचेस्टर यूनाइटेड और मैन सिटी का फुटबॉल मैच देखने लगा. मुझे इस नतीजे से कोई हैरानी नहीं हुई."
उन्होंने कहा, "भारत और पाकिस्तान के बीच अब कोई मुकाबला नहीं है. हम पाकिस्तान को वकार यूनुस, वसीम अकरम, सईद अनवर और जावेद मियांदाद के दौर की तरह सोचते हैं, लेकिन आज का पाकिस्तान उससे बहुत अलग है. यह अब दिन और रात का अंतर है." गांगुली ने अंत में कहा कि, अब कोई प्रतिस्पर्धा नहीं बची. मैं भारत को ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, श्रीलंका या अफगानिस्तान के खिलाफ खेलते देखना पसंद करूंगा. भारत-पाकिस्तान अब मुकाबला नहीं है. हम इसे बढ़ा-चढ़ाकर दिखाते हैं, लेकिन पिछले पांच सालों में हर बार यह एकतरफा रहा है.''