हालिया क्रिकेट प्रदर्शन में भारत की कमज़ोर फील्डिंग और कम तीव्रता पर चर्चा हुई, जिसमें चार कैच छूटना और आखिरी तीन ओवर में 42 रन देना शामिल है. बातचीत में पाकिस्तान की भारत से हार और बहाने बनाने की प्रवृत्ति पर भी बात हुई, जबकि भारत अपनी कमियों को सुधारने की बात कर रहा है. फखर ज़मान के विवादास्पद कैच-बिहाइंड निर्णय पर काफी बहस हुई. कुछ लोगों को यह 50-50 का मामला लगा, लेकिन वक्ता ने कहा, "मुझे लगा कि वो नॉट आउट था". अंपायरिंग की गलतियों के व्यापक मुद्दे पर भी चर्चा हुई, यह बताया गया कि क्रिकेट इतिहास में ऐसी गलतियाँ नई नहीं हैं और पाकिस्तान को भी अतीत में इसका फायदा मिला है. पाकिस्तानी अंपायरों द्वारा अपनी टीम का पक्ष लेने के ऐतिहासिक संदर्भ का भी उल्लेख किया गया, जिसके कारण इमरान खान ने 1987 की वेस्टइंडीज श्रृंखला में तटस्थ अंपायरों की मांग की थी.
Asia Cup 2025: भारत और पाकिस्तान के बीच खेल के स्तर के अलावा कहां दिखता है बड़ा अंतर
हालिया क्रिकेट प्रदर्शन में भारत की कमज़ोर फील्डिंग और कम तीव्रता पर चर्चा हुई, जिसमें चार कैच छूटना और आखिरी तीन ओवर में 42 रन देना शामिल है. बातचीत में पाकिस्तान की भारत से हार और बहाने बनाने की प्रवृत्ति पर भी बात हुई, जबकि भारत अपनी कमियों को सुधारने की बात कर रहा है. फखर ज़मान के विवादास्पद कैच-बिहाइंड निर्णय पर काफी बहस हुई. कुछ लोगों को यह 50-50 का मामला लगा, लेकिन वक्ता ने कहा, "मुझे लगा कि वो नॉट आउट था". अंपायरिंग की गलतियों के व्यापक मुद्दे पर भी चर्चा हुई, यह बताया गया कि क्रिकेट इतिहास में ऐसी गलतियाँ नई नहीं हैं और पाकिस्तान को भी अतीत में इसका फायदा मिला है. पाकिस्तानी अंपायरों द्वारा अपनी टीम का पक्ष लेने के ऐतिहासिक संदर्भ का भी उल्लेख किया गया, जिसके कारण इमरान खान ने 1987 की वेस्टइंडीज श्रृंखला में तटस्थ अंपायरों की मांग की थी.

SportsTak
अपडेट: